पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने जन सुनवाई के दौरान मिली शिकायत पर जांच कराने के निर्देश दिए। जांच रिपोर्ट में सफीपुर में तैनात उपनिरीक्षक विनोद कुमार और औरास थाना में कार्यरत उप निरीक्षक वीरेंद्र सिंह दोषी पाए गए। सूचना में बताया गया है कि थाना सफीपुर में नियुक्त विनोद कुमार द्वारा आमजन मानस में लोगों के साथ दुर्व्यवहार किये जाने एवं अवैध रूप से लोगों से पैसों की मांग की शिकायत मिली थी। इसी प्रकार थाना औरास में तैनात वीरेंद्र सिंह ने विवेचना में नामित अभियुक्त के भाई से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान बार बार पैसों के लेन-देन का जिक्र किया। उन्होंने बातचीत के दौरान मना नहीं किया। जो उनके पद की गरिमा के प्रतिकूल है। दोनों उपनिरीक्षकों के कृत्य कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला हैं। पुलिस अधीक्षक ने दोनों उपनिरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।