उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री कमल वरुण का जन्म 3 मई 1958 को हुआ था। आज पीजीआई में निधन हो गया है। वे यूपी विधानसभा की सदस्य थी। इससे पहले वे सांसद भी रह चुकी हैं। कमल रानी वरुण यूपी सरकार में टेक्निकल एजुकेशन मंत्री थीं। विगत 18 जुलाई को कोरोना संक्रमित हुई थी और लखनऊ के पीजीआई में उनका इलाज चल रहा था।
11वीं व 12वीं लोकसभा की सदस्य
जिलाध्यक्ष राज किशोर रावत ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वरुण घाटमपुर, कानपुर नगर से विधायक थी। इससे पूर्व 11वीं व 12वीं लोकसभा की सदस्य थी। जिले की प्रभारी मंत्री के रूप में उनका जिले के कार्यकर्ताओं से विशेष लगाव था। एक जनप्रतिनिधि के रूप में जन आकांक्षाओं का सम्मान रखा। मंत्री के रूप में विभागीय कार्यों को कुशलतापूर्वक निर्वहन करने में सराहनीय योगदान दिया है। उनका निधन समाज और सरकार के लिये अपूरणीय क्षति है।
वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से दी गई श्रद्धांजलि
वर्चुअल मीटिंग द्वारा पार्टी के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।जिनमें सदर विधायक पंकज गुप्ता, प्रभान शंकर दीक्षित, आनंद अवस्थी, राधेश्याम रावत, गंगा प्रसाद वर्मा, श्रीकांत कटियार, आशीष बाजपेई, विपिन मिश्रा, अवधेश कटियार, अनुराग अवस्थी, मीडिया प्रभारी विजय द्विवेदी, राकेश साहू, सोनी शुक्ला, विमला कुरील, अनिल कुशवाहा, नवीन सिंह, गोल्डी गुप्ता, राम नरेश कुशवाहा, दिलीप लस्करी, मनीष राठौड़, रामचन्द्र गुप्ता, मनीष जायसवाल, सौरभ बाजपेई, मनोज निगम, रंजीत धानुक सहित अन्य मौजूद थे।