गंगा दशहरा के पहले कानपुर के बिठूर घाट पर 50 से ज्यादा तांत्रिक इकट्ठा हुए। जो भूत-प्रेत का भय दिखाकर टोना टोटका के माध्यम से लोगों को अपनी और आकर्षित कर रहे थे। सैकड़ों की संख्या में तंत्र विद्या पर विश्वास करने वाले लोग भी मौजूद थे। जो तंत्र विद्या के माध्यम से अपनी समस्याओं का समाधान कराना चाहते थे। यहां पर छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग भी मौजूद थे।
अपनी समस्याओं के समाधान के लिए पहुंचे लोग तांत्रिक के कथनानुसार नदी में डुबकी लगाने जाते हैं और यहां से तंत्र विद्या का खेल शुरू होता है।इसमें लकड़ी, पान के पत्ते, कपूर और लोंग का इस्तेमाल होता है। थोड़ी देर में तांत्रिक मन ही मन कुछ बोलता है, इसी बीच तांत्रिक जोर-जोर से चिल्लाने लगता है। प्रत्युत्तर में महिला भी चिल्लाने लगती है। थोड़ी देर बाद महिला जमीन में सर पटकने लगती है। यह दृश्य भयभीत करने वाला है। इसी बीच मौके पर खड़े लोगों ने महिला को शराब पिलाई। थोड़ी देर बाद वह बेहोश हो गई। तांत्रिक के निर्देशानुसार परिजन महिला को लेकर घर चले जाते हैं। इसके बदले वह ₹5000 देता है
एक अन्य घटना भी इसी प्रकार की है। जिसमें झाड़-फूंक कराने गए युवक पर तांत्रिक झाड़ू लेकर झाड़-फूंक करता है। इसी बीच तांत्रिक युवक को झाड़ू से पीटने लगता है। देखते-देखते युवक जोर जोर से चिल्लाने लगता है और अपने हाथ पैर जमीन में पटकने लगा। यह दृश्य देखकर लोग दहशत में आ गए। रात के अंधेरे में चीख-पुकार वह भी तंत्र विद्या तांत्रिकों के बीच गंगा के किनारे बड़ा ही डरावना सीन निकल कर सामने आ रहा था। सुबह की पहली किरण आने के पहले तांत्रिकों का जमावड़ा खत्म हो गया और मौके पर सन्नाटा पसर गया। तांत्रिक से झाड़-फूंक कराने के लिए कानपुर ही नहीं बाहर दूर गैर जनपद से भी लोग आते हैं। जिन्हें अपनी समस्या को किसी दूसरे के द्वारा कराए गए जादू टोना समझ में आता है। यहां पर मध्य प्रदेश राजस्थान के साथ स्थानीय तांत्रिक भी आते हैं