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लखनऊ के पीजीआई के पास बैंक कैशियर की हत्या का खुलासा, बर्खास्त शिक्षक का सच आया सामने

locationउन्नावPublished: Sep 24, 2018 07:52:30 pm

Submitted by:

Narendra Awasthi

10 साल का सजायाफ्ता सुपारी किलर हाई कोर्ट से बेल पर खुले में घूम रहा है ने दिया घटना को अंजाम

10 साल का सजायाफ्ता सुपारी किलर हाई कोर्ट से बेल पर खुले में घूम रहा है ने दिया घटना को अंजाम

SP UNNAO

उन्नाव. फर्जी डिग्री से नौकरी कर रहे शिक्षक को जांच के बाद नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। नाराज बर्खास्त शिक्षक ने शिकायत करने वालों को दुनिया से ही विदा करवा दिया। उसने सुपारी किलर को शिकायत करने वाले बैंक कैशियर के हाथ पैर तोड़ने के लिए ₹20000 का एडवांस दिया था। लेकिन हाथ पैर तोड़ने का मौका न मिलने के कारण सुपारी किलर ने बैंक कैसियर को गोली मार दी। जिससे उसकी मौत हो गई हो। लखनऊ के पीजीआई के पास घटी इस घटना से परिवारी जनों में कोहराम मच गया था। उन्होंने पीजीआई थाना में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

मृतक की शिकायत पर बर्खास्त हुआ था शिक्षक

उन्नाव पुलिस ने मामले की विवेचना करते हुए घटना का खुलासा किया और दो आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया। जबकि दूसरा अभी फरार है। खुलासा में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कैसियर ने शिक्षक की ऐसी शिकायत कर दी थी, जिससे उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ा था। जिसके खुन्नस में शिक्षक ने सुपारी किलर को कैसियर के हाथ पैर तोड़ने के लिए रुपए एडवांस दिए थे। लेकिन गोली ऐसी जगह लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। शातिर सुपारी किलर के खिलाफ आधा दर्जन मुकदमा पंजीकृत हैं। जिसमें सेशन कोर्ट से 10 साल की सजा सुनाई गई थी। हाई कोर्ट से बेल पर चल रहा है।

गोसाईगंज लखनऊ के यूको बैंक शाखा में था कैसियर

मामला लखनऊ जनपद के पीजीआई थाना अंतर्गत की है। गोसाईगंज लखनऊ के यूको बैंक में कैशियर के पद पर कार्यरत राहुल कुमार पुत्र अजय पाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में थाना पीजीआई में मृतक के पिता अजय पाल सिंह ने गांव के ही रहने वाले तेज बहादुर सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विवेचना के दौरान जानकारी मिली की अभियुक्त लोकेंद्र प्रताप सिंह पुत्र तेज बहादुर सिंह के राहुल कुमार के साथ पुरानी दुश्मनी थी। यही कारण था कि लोकेंद्र प्रताप सिंह ने राहुल कुमार के हाथ और पैर तोड़ने के लिए गुड्डू उर्फ दीपक सिंह पुत्र रणविजय सिंह ग्राम लोहिया थाना अजगैन को ₹50000 में से ₹20000 एडवांस के रूप में दिया था। एडवांस पैसा मिलने के बाद गुड्डू सिंह ने कई बार राहुल कुमार को मारने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली।

14 सितंबर को हुई थी घटना

इसी क्रम में विगत 14 सितंबर की शाम गोसाईगंज लखनऊ की यूको बैंक की शाखा बंद करके राहुल कुमार जब वापस अपने घर जा रहा था। उसी समय बाइक सवार गुड्डू उर्फ दीपक सिंह व सूरज लोग ने राहुल कुमार पर फायर कर दिया। गोली उसके पेट में लगी। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पकड़े गए अभियुक्त के पास से 315 बोर का तमंचा तीन जिंदा कारतूस एक खोखा व एक मोटरसाइकिल पैशन प्रो जिससे घटना को अंजाम दिया गया था बरामद किया है

फर्जी डिग्री से कर रहा था शिक्षक की नौकरी

पुलिस अधीक्षक के अनुसार राहुल कुमार ने लोकेंद्र प्रताप सिंह की शिकायत शासन से किया था कि वह फर्जी डिग्री लेकर शिक्षक की नौकरी कर रहा है। शासन ने इस संबंध में जांच बैठाई और शिकायत सही पाया गया। जिसके बाद लोकेंद्र प्रताप सिंह को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। जिसके बाद लोकेंद्र प्रताप सिंह राहुल कुमार से दुश्मनी मानने लगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार गुड्डू उर्फ दीपक सिंह के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे हैं। जिसमें 302 के भी मामले शामिल हैं। जिसमें अजगैन थाना में मोनू सिंह और विशु का मामला भी शामिल है।

पकड़ा गया शातिर अपराधी

आईपीसी की धारा 376 के अंतर्गत दर्ज मुकदमा में सेशन कोर्ट ने उसे 10 साल की सजा सुनाई थी। लेकिन हाई कोर्ट से बेल मिलने पर वह अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना में शामिल एक अन्य अपराधी सूरज लोध फरार चल रहा है। जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में स्वाट प्रभारी कुलदीप तिवारी, अजगैन प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, सर्विलांस अब्दुल जब्बार स्वाट टीम से अबरार अहमद, आदेश कुमार, अनिल कुमार, सूरजपाल, सुधीर दुबे आदि शामिल है। लखनऊ में घटी घटना का उन्नाव पुलिस द्वारा खुलासा किए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने आउटस्टैंडिंग परफॉरमेंस कहा है।
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