तिथि : हलषष्ठी ( हर छठ ) ( महलाऐं यह व्रत संतान की सुख समृद्धि और दीर्घायु जीवन के लिए रखती हैं ) प्रातः 05:32
नक्षत्र : रेवती सांय 07:06 योग : घृति प्रातः 06:45निवारण उपाय : दलिया का सेवन कर घर से निकले
मेष राशि : भोले बाबा श्री फटहेश्वर महादेव की शरण में जाऐं सारे कष्टों का निवारण होगा
वृष राशि : शनिदेव की आराधना करें शारीरिक व्याधियों से मुक्ति मिलेगी
मिथुन : श्री गणेशजी को हरी दूब और मोदक अर्पित करें अध्ययन में एकाग्रता आयेगी और प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी
कर्क : चंद्र दर्शन करें और शिव जी को कच्चे दूध का अभिषेक करें शीध्र विवाह होगा
सिंह : प्रातः सूर्य देव को जल का अर्ध्य दें संतान की प्राप्ति अवश्य होगी
कन्या : बुधा देवी के दर्शन 90 दिन लगातार करें आपके सारे अभीष्ट पूर्ण होंगे
तुला: मां संतोषी का 21 शुक्रवार व्रत रखें घर मे धन की बरसात होगी और यश मिलेगा
वृश्चिक : हनुमानजी को चोला चढाऐं और बंदरों को भुने हुए चने ,केला खिलाऐं शत्रुओं का नाश होगा
धनु : गुरु बृहस्पति देव को पीला वस्त्र धारण कराऐं धन संबंधित सभी क्लेश दूर हो जायेंगे
मकर : शनिदेव को कडुवा तेल से अभिषेक करें और नीला फूल अर्पित करें नौकरी शीध्र मिल जायेगी ।
कुम्भ : हनुमान जी को पीला सिंदूर और चमेली के तेल से लेप करें आपके सारे मामले मुकदमे समाप्त हो जायेंगे
मीन : बृहस्पति देव का दर्शन करें और कुंवारी कन्याओं को खीर-पुरी खिलाए, आपकी कन्या का शीध्र विवाह हो जायेगा