‘फूड रिटेल इन्वेस्टमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर’ पर एसोचैम-ग्रांट थॉर्नटन की संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2024 तक फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में 90 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है और राज्यों में प्रत्यक्ष तौर पर 8,000 और अप्रत्यक्ष तौर पर 80,000 रोजगारों के सृजन होने की संभावना है।
इस रिसर्च के मुताबिक, अनुमानित तौर पर 121 से 130 अरब डॉलर मूल्य का भारत का फूड प्रोसेसिंग उद्योग वैश्विक स्तर पर दूध, दाल, गन्ना और चाय का सबसे बड़ा उत्पादक है और गेहूं, फल व सब्जियों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
एसोसिएटेड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया ने कहा कि केला, अमरूद, अदरक, पपीता इत्यादि के उत्पादन में भारत टॉप बाजारों में से एक है, हालांकि देश में प्रसंस्करण का स्तर सीमित है। यह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में व्यापक अवसरों की ओर संकेत करता है।
बता दें कि भारत चीन के बाद फूड प्रोसेसिंग में दुनिया का दूसरा बड़ा देश है और भारत के पास फूड प्रोसेसिंग के लिए सबसे ज्यादा रॉ फूड है।