इसी प्रकार का बयान मृतक के भाई ऋषभ मणि त्रिपाठी ने भी दिया है उन्होंने कहा कि जब तक भाई के के हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तब तक अपने भाई का तेरहवीं संस्कार नहीं करेंगे उन्हें स्थानीय पुलिस पर विश्वास नहीं है एसआईटी जांच के साथ सीबीसीआईडी जांच की उन्होंने मांग की। ऋषभ मणि ने बताया कि ईमानदारी से जांच हुई तो पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारियों के काले कारनामों का भी पर्दाफाश होगा।
10 दिन बीतने के बाद भी पुलिस आज भी खाली हाथ है। 10 नामजद आरोपियों में से एक को ही गिरफ्तार कर सकी है। अपर पुलिस अधीक्षक ने मामले का खुलासा करते हुए बताया था कि तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन 3 में एक नामजद था जबकि दो सुपारी किलर थे। जिन्होंने पत्रकार शुभम मणि त्रिपाठी पर गोली चलाई थी। गिरफ्तारी के बाद शार्प शूटर ने मामले का खुलासा किया। पुलिस अधीक्षक ने फरार अभियुक्तों पर इनाम की भी घोषणा की थी। फिलहाल नौ अभियुक्त पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं।