जिला अस्पताल पहुंचे क्षेत्राधिकारी नगर स्वतंत्र सिंह ने दोनों पक्ष के लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर रही है। दोनों पक्षों के लोग घायल हुए हैं, जिसमें से एक को कानपुर और दूसरों को लखनऊ रेफर किया गया है। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से 2 लोगों को छर्रे लगे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और संगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करेगी। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी कक्ष में विवाद के बाद झड़प की बात सामने आ रही है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। थानाध्यक्ष सदर कोतवाली ने बताया कि दोनों पक्षों की तरफ से दी गई तहरीर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। फिलहाल अभी किसी पंक्ष से कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
क्षेत्राधिकारी नगर ने कहा, जांच के बाद होगी कार्रवाई
सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला मोती नगर निवासी पूर्व सभासद देवेश सिंह चंदेल उर्फ गोलू और आवास विकास कॉलोनी निवासी आशीष दीक्षित के बीच समय से विवाद चला आ रहा है। देवेश सिंह ने थाने में दिए गए तहरीर में बताया है कि वह अपने गांव से वापस लौट रहा था। भतावा मोड़ के पास पहले से घात लगाए बैठे आशीष दीक्षित और उसके अन्य साथियों ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी। गोली उनके दाहिने कंधे व हाथ में लगी। इससे वह लहूलुहान हो गए। अचानक गोली चलने और गोलू सिंह चंदेल के खून से लथपथ होने के कारण गोलू सिंह के परिवार ने भी फायरिंग शुरू कर दी, जिससे आशीष दीक्षित भी गोली लगने से घायल हो गया।
सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला मोती नगर निवासी पूर्व सभासद देवेश सिंह चंदेल उर्फ गोलू और आवास विकास कॉलोनी निवासी आशीष दीक्षित के बीच समय से विवाद चला आ रहा है। देवेश सिंह ने थाने में दिए गए तहरीर में बताया है कि वह अपने गांव से वापस लौट रहा था। भतावा मोड़ के पास पहले से घात लगाए बैठे आशीष दीक्षित और उसके अन्य साथियों ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी। गोली उनके दाहिने कंधे व हाथ में लगी। इससे वह लहूलुहान हो गए। अचानक गोली चलने और गोलू सिंह चंदेल के खून से लथपथ होने के कारण गोलू सिंह के परिवार ने भी फायरिंग शुरू कर दी, जिससे आशीष दीक्षित भी गोली लगने से घायल हो गया।
गोली लगने के बाद दोनों पक्ष अलग-अलग वाहनों से निकल भागे। खून से लतपत गोलू सिंह चंदेल को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। इधर आशीष दीक्षित ने कोतवाली पहुंचकर सदर पुलिस को तहरीर दी, जिसमें उसने बताया कि वह अपनी नानी के यहां पवई गया था। जहां से वापस आ रहा था। रास्ते मैं गोलू सिंह चंदेल के पक्ष के लोगों ने मिलकर उस पर फायरिंग शुरू कर दी। दोनों पक्षों के लोग मैं टकराव एक बार फिर इमरजेंसी कक्ष में हो गया। इमरजेंसी कक्ष में दोनों ही पक्षों के घायलों का उपचार चल रहा था। दोनों पक्षों के आमने सामने आने से एक बार फिर माहौल गरम हो गया और एक दूसरे को देख कर ललकारने लगे। नौबत मारपीट तक आ गई। पुलिस ने बीच बचाव कर किसी प्रकार मामले को रफा-दफा किया और दोनों पक्ष को अलग किया।
एक पक्ष से 8 और दूसरे बच्चे से 4 लोगों को किया गया नामजद
थानाध्यक्ष के अनुसार दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि बताया कि आशीष दीक्षित की तरफ से आए शरीर में 8 लोगों को नामजद किया गया है। जबकि 30-40 अज्ञात बताए गए हैं। वही गोलू सिंह चंदेल की तरफ से आए तहरीर में 4 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि दो अन्य अज्ञात हैं। उन्होंने बताया कि मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और जांच की जा रही है। अभी किसी प्रकार की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। गौरतलब इसके पूर्व भी दोनों पक्षों में फायरिंग की घटना हो चुकी है, जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कानूनी कार्रवाई ना होने से दबंगों के हौसले बुलंद हैं। दबंगों को पुलिस का कोई भय नहीं है। जब चाहते हैं गोलीबारी की घटना को अंजाम दे देते हैं, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण है उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के उन्नाव आगमन के दौरान हरदोई पुल पर हुई फायरिंग की घटना, जिसमें एक गाड़ी का शीशा भी टूट गया था।
थानाध्यक्ष के अनुसार दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि बताया कि आशीष दीक्षित की तरफ से आए शरीर में 8 लोगों को नामजद किया गया है। जबकि 30-40 अज्ञात बताए गए हैं। वही गोलू सिंह चंदेल की तरफ से आए तहरीर में 4 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि दो अन्य अज्ञात हैं। उन्होंने बताया कि मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और जांच की जा रही है। अभी किसी प्रकार की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। गौरतलब इसके पूर्व भी दोनों पक्षों में फायरिंग की घटना हो चुकी है, जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कानूनी कार्रवाई ना होने से दबंगों के हौसले बुलंद हैं। दबंगों को पुलिस का कोई भय नहीं है। जब चाहते हैं गोलीबारी की घटना को अंजाम दे देते हैं, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण है उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के उन्नाव आगमन के दौरान हरदोई पुल पर हुई फायरिंग की घटना, जिसमें एक गाड़ी का शीशा भी टूट गया था।