बैंक उपभोक्ता को झांसे में लेकर देते थे ठगी की घटना को अंजाम पुलिस अधीक्षक हरीश कुमार ने बताया कि असोहा थाना पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना पर रामकरण पुत्र धनीराम, लल्लू पुत्र रामचरण निवासीगण कुंवरपुर थाना मलवा जनपद फतेहपुर को गिरफ्तार किया गया है। जो शातिर अपराधी हैं और फतेहपुर जनपद के मलवा थाना के हिस्ट्रीशीटर हैं। उन्होंने बताया कि मलवा थाना में रामकरण के खिलाफ है कई मुकदमे दर्ज हैं। इसके खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई की गई है। पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा भी जा चुका है। गैंगस्टर के तहत लगभग 6 साल जेल की सजा भी काट चुका है।
ऊपर का नोट असली बाकी सब कागज पुलिस अधीक्षक ने रामकरण और लल्लू द्वारा बैंक से पैसा निकालने आए लोगों को ठगने का नया तरीका निकाला। उन्होंने बताया कि रुमाल में नकली नोटों की गड्डी रखकर कायदे से बांध लेते थे। इसके बाद बैंक काउंटर पर देखते थे कि कौन व्यक्ति कितना पैसा निकालने आया है। बैंक उपभोक्ता के बाहर निकलने के बाद धीरे से उसके नजदीक जाकर बातचीत में फंसाकर विश्वास दिलाते और बताते हैं मैंने यह पैसा चोरी किया है। जिसे किसी प्रकार निकालना है।
लच्छेदार बातों में फंसा कर ठग लेते थे सीधे साधे लोगों को लल्लू और रामकरण के चंगुल में सामने वाला ऐसा फंसता की ₹50000 की जगह दस से ₹15000 देकर समझौता कर लेता। उपभोक्ता समझता कि उसने ₹10000 देकर ₹50000 कमा लिए। जबकि उसमें मात्र ₹500 ही असली हैं बाकी सब नकली रहते थे। लेकिन जब तक वह समझ पाता तब तक देर हो चुकी होती। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मौरावा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर निवासी कमलेश पत्नी ओमप्रकाश को भी इन लोगों ने टप्पेबाजी कर बैंक के बाहर कर लिया था। जिसमें मुकदमा भी पंजीकृत है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनके अभी 4 – 5 और साथी बाहर खुले में ठगी का काम कर रहे हैं। जिन्हें भी पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने नाम बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा पकड़े गए शातिर ठगों के बाद इस तरह की घटनाओं में रोक लगेगी।