राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में क्रिकेट मैच के दौरान हुई मारपीट को ऐसा रूप दिया गया। जिससे जनपद में तनाव फैल गया था। प्रशासन के भी हाथ पैर फूल गए थे। मदरसा छात्रों का वीडियो बनाकर वायरल करने वाले ने जिले की आबोहवा को बिगाड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। लेकिन उसकी एक छोटी सी गलती ने पूरे मामले को संदेहास्पद बना दिया और जांच को दिशा दे दी। वायरल वीडियो में साफ सुनाई पड़ रहा है। वीडियो बनाने वाला कह रहा है कि जो मौलाना ने कहा है वही बताओ। इसी बात पर हिंदू संगठनों ने भी रोष व्यक्त किया था।
लेकिन प्रशासन ने वीडियो आने के बाद दबाव में आया और वीडियो के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए निर्दोष युवकों को लगभग 30 घंटे तक पुलिस हिरासत में रहना पड़ा। जिनका इस घटना से दूर-दूर तक वास्ता नहीं था। इधर पुलिस ने जांच के दौरान मारपीट की घटना में शामिल आरोपियों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी शुरू कर दी। अब तक 2 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब पुलिस उस शातिर दिमाग के व्यक्ति की तलाश कर रही है। जिसने यह स्क्रिप्ट तैयार की है। जिसके तहत उसने वीडियो बनाकर वायरल किया। सर्विलांस टीम भी इस बात का पता कर रही है कि व्हाट्सएप ग्रुप के किस नंबर से यह वीडियो वायरल किया गया है। पुलिस अधीक्षक एमपी बर्मा के साथ जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे ने संयुक्त प्रेसवार्ता में जानकारी दी थी कि दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार शीघ्र ही स्क्रिप्ट राइटर साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लेगी।