UP Top News : यूपी में कोरोना की नई गाइडलाइन जारी, सब खुलेंगे पर इन पर रहेगी सख्त पाबंदी बिना पैसे कैसे होगी शादी :- मामला कुछ ऐसा था कि, बीघापुर तहसील के सलेथू गांव के रहने वाले दिनेश तिवारी शुक्लागंज गंगानगर पोनी रोड में रहते हैं। कानपुर में एक दुकान में नौकरी करते हैं। दिनेश की सलेथू गांव में पैतृक दो बीघा खेतिहर भूमि थी। गंगा एक्सप्रेसवे में इस जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया। दिनेश ने 25 मई को भूमि की रजिस्ट्री कर दी थी। इसी बीच उन्होंने बड़ी बेटी आरती की शादी कानपुर में 17 जून को तय कर दी। उन्हे पूरी उम्मीद थी कि तब तक मुआवजा मिल जाएगा। और शादी धूमधाम से की जाएगी। पर कागजी जांच पड़ताल की वजह से 15 जून तक खाते में पैसा नहीं पहुंचे। पैसा न मिलने से दिनेश परेशान होकर इधर उधर धूमने लगे।
सिटी मजिस्ट्रेट को भेजा मैसेज :- पिता की इस हालत को देखकर बेटी आरती भी परेशान हो गई। पिता की इज्जत को बचाने के लिए कुछ हिम्मत कर आरती ने 15 जून की सुबह दस बजे सिटी मजिस्ट्रेट चंदन कुमार पटेल को व्हाट्सऐप पर मैसेज भेज कर अपना दर्द कह सनाया। मैसेज में लिखा कि मुआवजा न मिलने से मेहमानों का सत्कार, आभूषण व अन्य सामान की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। अब अगर पैसे नहीं आए तो शादी टालने की नौबत आ जाएगी।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद :- आरती ने कहाकि, पिता की इज्जत और मेरी शादी दोनों की रक्षा करना अब उनके हाथ में है। मैसेज से सरकारी सिस्टम पिघल गया और ऐसी रफ्तार दिखाई की हर व्यक्ति आश्चर्य चकित हो गया। सिटी मजिस्ट्रेट ने तुरंत सभी कागजी औपचारिकताएं पूरी कराईं और उसी दिन दोपहर तीन बजे पिता के खाते में 20 लाख ट्रांसफर करा दिए। इसके बाद तो आरती और पूरे परिवार ने राहत की सांस ली। आरती ने अफसर को संदेश में लिखा पैसा पहुंच गया है। और शादी बचाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।