बाकी शहरों में भी भाजपा आगे- राज्य के अन्य शहरी इलाकों में भाजपा को बढ़त मिलने की खबर है, लेकिन बड़े शहरों में अप्रत्याशित रूप से शुरुआती दौर में बसपा ने भाजपा को सर्दी में पसीना छुड़ा दिया। नगर पंचायतों के चुनाव में निर्दलीयों की ताकत से राजनीतिक दलों को बड़ा झटका लगा है। नवंबर में तीन चरणों के निकाय चुनाव के बाद जनता और नेताओं को नतीजों का बेसब्री से इंतजार था। निकाय चुनावों को योगी सरकार के आठ महीनों के कामकाज की समीक्षा के तौर पर परखा जाएगा। इसी नाते निकाय चुनावों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अग्निपरीक्षा करार दिया गया था।
पोस्टल बैलट की गिनती में भाजपा अव्वल प्रदेश के सोलह नगर निगमों में पोस्टल बैलट की गिनती में सभी 16 नगर निगम में भाजपा ही आगे रही। इलाहाबाद में अभिलाषा गुप्ता, कानपुर में प्रमिला पाण्डेय, लखनऊ में संयुक्ता भाटिया , अलीगढ़ में राजीव अग्रवाल, मुरादाबाद में विनोद अग्रवाल, वाराणसी में मृदुला जायसवाल और गोरखपुर में सीताराम जायसवाल को पोस्टर बैलट के मतों में 70 फीसदी से ज्यादा मत हासिल हुए। पोस्टल बैलट की लड़ाई में भाजपा की जीत को सरकारी कर्मचारियों के बीच भाजपा की स्वीकार्यता के रूप में देखा गया है।
79113 नेताओं का भाग्य तय करेगा यूपी की सियासत- निकाय चुनावों में 16 नगर निगम समेत 198 नगर पालिका परिषद और 438 नगर पंचायतों के प्रमुखों के साथ-साथ पार्षदों/सभासदों के पदों के नतीजे यूपी की सियासत की दिशा तय करेंगे। निकाय चुनावों ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में चारो खाने चित हुई बसपा और पार्टी सुप्रीमो मायावती को नई ऊर्जा से लबरेज किया है। तीन चरणों में हुए निकाय चुनावों में कुल 79,113 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। मतगणना सभी 75 जिलों के 334 केंद्रों पर जारी है। गौरतलब है कि तीन चरणों की वोटिंग में कुल मिलाकर 52.50 फीसदी मतदान हुआ था।
11200 टेबल पर 56 हजार कर्मचारी- राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनावी नतीजों को जल्द सामने लाने के लिए पुख्ता इंतजार किए हैं। प्रदेश के 334 मतगणना स्थानों पर 11,200 टेबल पर 56 हजार कर्मचारी मुस्तैद किए गए हैं। मेयर और अध्यक्ष पद के लिए 6 हजार मतगणना टेबल, जबकि पार्षद और सभासदों के पदों के लिए 5,200 टेबल पर गिनती जारी है। चुनाव के नतीजे मतगणनास्थल से ही आयोग की वेबसाइट (http://sec.up.nic.in) पर अपलोड करने की व्यवस्था है। इसके बाद आयोग की वेबसाइड से प्रमाणपत्र की कॉपी निकालकर आरओ की हस्ताक्षर के बाद वापस वेबसाइट पर स्कैन करके अपलोड करने का इंतजाम पहली मर्तबा हुआ है। मतगणना पर नजर रखने के लिए सभी मतगणना केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही वेबकास्टिंग कराई जा रही है।
वेबसाइट व मोबाइल एप से मिलेंगे सभी नतीजे- राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट (http://sec.up.nic.in) पर रिजल्ट लाइव देखने की सुविधा भी मिली। इसके अलावा स्टेट इलेक्शन कमीशन यूपी नाम से मोबाइल एप के जरिये भी परिणाम उपल्बध रहे। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर पार्टी आधारित रिजल्ट के साथ-साथ डैशबोर्ड पर 75 जिलों के पदों का विवरण भी मुहैया मिला। गौरतलब है कि पहले चरण में 52.59 फीसदी, दूसरे चरण में 49.30प्रतिशत और तीसरे चरण में 58.72 मतदान हुआ था।