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वहीं मां की थाना पुलिस के साथ सीबीआई दुष्कर्म पीड़िता के गुमशुदा चाचा की तलाश है माखी थाना पुलिस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद खोजबीन कर रही है परंतु उसे अभी तक सफलता नहीं मिली बांकी थाना पुलिस का कहना है कि गुमशुदा चाचा सुरक्षित है लेकिन कहां है इस समय वह कुछ भी नहीं बताता है गौरतलब है मारपीट की घटना का चश्मदीद सीबीआई उससे पूंछतांछ करना चाहती है। जो घटना के बाद से ही गायब बताया जा रहा है। दुष्कर्म पीड़िता के पिता पर गायब चाचा ने ही मुकदमा पंजीकृत कराया था। लेकिन दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों कह रहे हैं तहरीर की लिखावट गुमशुदा चाचा की नहीं है। फिलहाल पुलिस और सीबीआई को गुमशुदा चाचा की तलाश है।
सीबीआई ने दोबारा नहीं लिया रिमांड पर
केंद्रीय जांच ब्यूरो रिमांड में लिए गए विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर सहित उसके पांच साथियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से अदालत ने उन्हें जेल भेजने का निर्देश दिया। सीबीआई ने पांचों आरोपियों को रिमांड पर लिया था। जिसकी रिमांड रविवार को खत्म हो गई। इसके बाद सीबीआई ने दोबारा रिमांड पर नहीं लिया। इसके बाद अदालत के आदेश पर पांचों आरोपियों को जिला कारागार भेज दिया गया। जिनमें अतुल सिंह के साथ शीलू सिंह, विनीत, बउआ व सोनू शामिल है।
जेल अधिकारी और अतुल सिंह में हुई नोकझोंक
बताया जाता है कि जेल में अतुल सिंह अपने साथियों के साथ एक ही बैरक में रहना चाहता था। जिस पर जेल अधिकारी राजी नहीं हुए। इस पर जेल अधिकारी और अतुल सिंह में नोकझोंक भी हुई। बाद में जेल अधिकारियों ने पांचो आरोपी को अलग-अलग बैरकों में शिफ्ट कर दिया। इधर सीबीआई दुष्कर्म पीड़िता उसकी मां और चाचा को लेखक दिल्ली में दिल्ली में सीबीआई की टीम में भी पूंछतांछ की। उन्नाव से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को दिल्ली ले जाया गया था। दुष्कर्म पीड़िता के चाचा का कहना था कि मामले से संबंधित काव्य कागजात दिल्ली में रखें हैं। उन दस्तावेजों को लेने के लिए सीबीआई टीम दुष्कर्म पीड़िता और उसके चाचा को दिल्ली नहीं ले गई।