इस मामले में मुख्य आरोपी के पिता का कहना है कि ‘लड़के को फंसाया गया है। इसमें साजिश है, हमारा लड़का ऐसा है ही नहीं। मेरा खेत तो है, मगर प्रेम प्रसंग का जिक्र हमने कभी नहीं जाना और न ही बताया। ये खुलासा फर्जी किया गया है। पुलिस जब से उठाकर ले गई है। बुधवार से आज तक हमको मिलने नहीं दिया गया। कई बार गए, सारा दिन रहे आज भी गए और सारा दिन रहे लेकिन बच्चे को नहीं देख पाए। हम कहना चाहते हैं कि हमारा बच्चा निर्दोष है, हमारी यही अपील है कि इसकी जांच हो। किसी को बचाने के लिए फंसा दिया गया। हम छोटी जाति के गरीब लोग हैं।
नाबालिग आरोपी के परिजनों का बयान
उन्नाव कांड में दूसरा आरोपी जो कि नाबालिग है कि मां ने कहा कि ‘क्या कहें बताओ रोज कमाना, रोज खाना। हम क्या करें, हमारा लड़का फंसा है, वो निर्दोष है। हम नहीं बता सकते, जो करना है करो भाई। हमारा लड़का निर्दोष है तो निर्दोष है। वह ये काम नहीं कर सकता, वह नाबालिग है। वहीं नाबालिग आरोपी के पिता ने खुलासे के संबंध में कहा कि हमारा लड़का निर्दोष है। उसे फंसाया गया है। हमको यह सब मालूम नहीं है, वो लोग लड़के को जबरदस्ती लेकर गए। लड़का अभी 14 साल का है। 11 बजे रात को लेकर गए थे। आरोपी के पिता ने आगे कहा कि पुलिस का खुलासा फर्जी नहीं, अब जो दिखाया जा रहा है हम भी टीवी को मानते हैं, लेकिन हमारा लड़का ऐसा नहीं है।
सोशल मीडिया पर सरकार की छवि धूमिल करने वालों पर होगी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कहा कि इस उन्नाव मामले में गलत रिपोर्टिंग करने वाले या सोशल मीडिया पर सरकार की छवि धूमिल करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। योगी सरकार ने गृह विभाग के साइबर विशेषज्ञों को भड़काऊ पोस्ट डालने वालों की तलाश तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्नाव कांड के बाद सोशल मीडिया पर कई भ्रामक पोस्ट शेयर हो रहे थे। इस पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है।