इस संबंध में बातचीत करने के दौरान थानाध्यक्ष ने बताया कि विवेचना की जा रही है। मामला गांव से लड़की को बहला फुसलाकर साथ ले जाने का है। दलित नाबालिग लड़की के पिता ने बताया कि उनकी नाबालिग लड़की को सहायक शिक्षक व उसके साथियों ने बहला फुसला कर गाड़ी में बैठा कर ले गया। जिसके साथ जबरन दुष्कर्म किया गया।
पुलिस द्वारा कार्रवाई ना होने पर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। वहीं ग्रामीणों ने आरोपी टीचर के वापस स्कूल आने पर जूते चप्पल से जमकर पिटाई कर दी। जिसके बाद पुलिस को दबाव बनाने का जरिया मिल गया। शिक्षक द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस समझौता कराने का प्रयास कर रही है।
महिलाओं के द्वारा शिक्षक की पिटाई ने पुलिस को समझौता बनाने का हथियार दिया
मामला बीघापुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव का है। उक्त गांव निवासी पीड़िता के पिता ने बताया कि बिगत 30 अगस्त को उसकी बेटी को उस समय सहायक मास्टर ने बहला पुसलाकर सुलाकर गाड़ी में बैठा लिया जब वह खेत से वापस आ रही थी। इस दौरान उसके उनके साथ नीरज और छोटू भी थे। जिसे लेकर चले गए। 3 दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया। जहां उसे किसी मुस्लिम परिवार में रखा था।
मामला बीघापुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव का है। उक्त गांव निवासी पीड़िता के पिता ने बताया कि बिगत 30 अगस्त को उसकी बेटी को उस समय सहायक मास्टर ने बहला पुसलाकर सुलाकर गाड़ी में बैठा लिया जब वह खेत से वापस आ रही थी। इस दौरान उसके उनके साथ नीरज और छोटू भी थे। जिसे लेकर चले गए। 3 दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया। जहां उसे किसी मुस्लिम परिवार में रखा था।
गंगाघाट थाना पुलिस ने नाबालिग को लावारिस की हालत में थाने लेकर आई, जहां गंगा का थाना से सूचना मिलने पर वह लोग अपनी लड़की को लेकर वापस गांव लेकर आए। इसके पहले ग्रामीणों ने राम सजीवन पाल के स्कूल वापस आने के बाद ग्रामीण महिलाओं ने उसकी जूते चप्पलों से जमकर पिटाई कर कर दी और उसे लेकर थाने पहुंच गए।
जहां पुलिस ने बिना किसी पूछताछ के मास्टर को छोड़ दिया। जिस से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। बीघापुर थाना पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने ग्रामीणों के साथ पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। परंतु पुलिस अधीक्षक से लगाई गई गुहार भी बेकार गई। आरोपी शिक्षक व अन्य लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस संबंध में बातचीत करने के दौरान थाना अध्यक्ष बीघापुर ने बताया कि विवेचना जा रही है। दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।