यूक्रेन से वापस लौटे छात्रों ने बताया कि तिरंगे के कारण उन्हें वापस लौटने में काफी आसानी हुई है। तिरंगे के कारण ही वह जिंदा वापस आ सके हैं। तिरंगा देखकर रूसी सैनिकों ने उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। विशाल यादव ने कहा कि वह मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। वहां की स्थिति काफी गंभीर हो रही थी। हमले की आशंका बनी हुई थी। सबसे पहले बॉर्डर पहुंचे। जहां रोमानिया के रास्ते वह भारत पहुंचे हैं। अपनों के बीच पहुंचकर सभी छात्र खुश हैं। परिवार में भी खुशी की लहर है।
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इसके साथ जिले में अब तक आधा दर्जन छात्र-छात्राएं वापस आ चुके हैं। जिनमें दही थाना क्षेत्र के कुलदीप वर्मा पुत्र जगन्नाथ और सदर कोतवाली क्षेत्र के अंशु पुत्र गौरीशंकर शर्मा, आशुतोष पुत्र विनोद सिंह निवासी नया खेड़ा धनकोली बीघापुर, हृति सिंह पुत्री जितेंद्र सिंह निवासी दिपवल औरास उन्नाव, विशाल यादव यूक्रेन से वापस आ चुके है। अब केवल पुरवा कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली एक छात्रा का आना शेष रह गया है। वह भी यूक्रेन बॉर्डर पर पहुंच चुकी है।