अटकलों का दौर शुरू
इस संबंध में बातचीत करने पर आवास विकास कॉलोनी निवासी विनोद कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री का राष्ट्रीय संबोधन कोरोनावायरस से भी संबंधित हो सकता है। लेकिन उनका संबोधन कुछ ना कुछ खास जरूर होगा। अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि सीमा पर तनाव है। ऐसे में चीन भी राष्ट्रीय संबोधन में मुद्दा हो सकता है। लड़कियों की शादी की उम्र पर भी गंभीरता से विचार-विमर्श हो रहा है। इस पर भी कुछ संदेश आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। भाजपा के पूर्व मीडिया प्रभारी दुर्गेश सिंह चंदेल ने कहा कि प्रधानमंत्री का संबोधन आज के परिपेक्ष में काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। एलएसी पर तनाव व्याप्त है। दूसरी तरफ कोरोना की दवा के विषय में काफी कुछ निकल कर सामने आ रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री का संबोधन राष्ट्रीय हित में होगा और देश की जनता उन्हें गौर से सुनती ही नहीं है। बल्कि उस पर अमल भी करती है। हम सभी प्रधानमंत्री के संबोधन का इंतजार कर रहे हैं।