उन्होंने समाज और खासकर मां-बाप से महिलाओं के प्रति नजरिया बदलने को कहा एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि शुरुआत में काफी परेशानी हुई। समाज महिलाओं को देर रात तक काम करने के बाद घर लौटना स्वीकार नहीं कर पा रहा था। जिससे उन्हें भी जूझना पड़ा। लेकिन हमारी वर्तमान टीम के पारिवारिक सदस्यों के सहयोग और टीम के सदस्यों की दृढ़ इच्छाशक्ति आज वुमनिया बैंड राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुका है और देश का पहला औरतों का बैंड है। इस मौके पर उन्होंने उन्नाव के इच्छुक संगीतप्रेमी जो संगीत के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं को देहरादून में प्रशिक्षण देने की बात कही और कहा इसके लिए स्कॉलरशिप की भी व्यवस्था की जाएगी। इस मौके पर वुमनिया बैंड की संस्थापिका स्वाति सिंह के साथ देहरादून से विशेष रूप से बेस पर शाकुंभरी कोटनाला कीबोर्ड प्लेयर, दीपिका पांथरी ड्रम पर, विद्या कोटनाल, सपोर्टिंग गायिका पिया चौधरी ने संगत दी। इस मौके पर कार्यक्रम के संरक्षक मंडल प्रमुख अमरनाथ शुक्ला, आयोजक प्रसून शुक्ला, मनीष सिंह सेंगर, आलोक कथूरिया, बबलू सिंह चंदेल, कॉमेडियन लक्ष्य निगम, सलमान खान, पुष्कर तिवारी सहित अन्य लोग भी मौजूद थे।