कार्यक्रम के अंत में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है। 1 सप्ताह के अंदर विभिन्न कॉलेजों में सोशल मीडिया, ड्राइंग, लघु फिल्म, वाद विवाद प्रतियोगिता सहित अन्य माध्यम से नारी को जागरुक करने का प्रयास किया गया। 1 सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम का आज समापन हो रहा है। परंतु यह एक सतत प्रक्रिया है। जो आगे भी महिलाओं को जागरुक व मदद करने के लिए तत्पर रहेगी।
कार्यक्रम को पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विगत 1 सप्ताह से जनपद के पुलिस नारी सुरक्षा एवं जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत बड़े पैमाने पर विभिन्न विद्यालयों में कार्यक्रम का आयोजन किया है। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि विगत 1 सप्ताह से विभिन्न कॉलेजों में जागरुक करने के लिए तमाम उपाय किए गए। जिसमें लघु नाटक, सोशल मीडिया का भी साथ लिया गया। जिसके सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं। यदि कोई कुछ उनसे साथ गलत करता है तो लड़कियां शिक्षकों को बताने लगी है। इसलिए आप लोग प्रतिकार अवश्य करें।
पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी ने कहा कि जनपद के लगभग सभी थाना में जागरुकता अभियान बड़े पैमाने पर चलाया गया। जिसमे कुछ थानाध्यक्षों ने काफी अच्छा काम किया है। इस मौके पर उन सभी थानाध्यक्षों को पुरस्कृत किया गया, जिन्होंने सुरक्षा एवं जागरूकता शिविर के सफलता में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी टी के शिबू, अपर पुलिस अधीक्षक, सभी क्षेत्राधिकारी व अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे।
कार्यक्रम में दौरान नुक्कड़ नाटक, नारी सुरक्षा पर गीत, जूडो कराटे का अभ्यास, निबंध, विद्यालय के प्रधानाचार्य व छात्राओं द्वारा नारी सुरक्षा एवं जागरूकता पर संबोधन दिया गया। नारी सुरक्षा एवं जागरूकता सप्ताह के दौरान अच्छा कार्य करने वाले विभिन्न थानाध्यक्ष व अन्य को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।