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दैवीय आपदा व बाढ़ की चपेट में आने से छत विहीन हुए पीड़ितों को मिल रहा निशुल्क मकान

locationउन्नावPublished: Sep 15, 2018 05:25:52 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

एक सप्ताह के अंदर सूची भेजने के निर्देश

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दैवीय आपदा व बाढ़ की चपेट में आने से छत विहीन हुए पीड़ितों को मिल रहा निशुल्क मकान

उन्नाव. दैवीय आपदा और बाढ़ की चपेट में आने के बाद सिर से छत छिन्ने वालों को प्रशासन मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के माध्यम से आवास उपलब्ध कराने के लिये कवायद शुरू की है। जिसके लिये मुख्य विकास अधिकारी ने अपने अधीनस्थों को आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि प्रभावित परिवारों की सूची विकास खंड वार अभिकरण कार्यालय या फिर खंड विकास अधिकारी को एक सप्ताह के अंदर दे दें। मुख्य विकास अधिकारी ने यह जानकारी बैठक के दौरान दी। प्रशासन द्वारा दी गयी इस जानकारी से उन ग्रामीणों को लाभ मिलेगा जिनके आवास बारिश के कारण या फिर बांढ की चपेट में आने से गिर गये है।

सैकड़ों लोगों की गिर गए हैं मकान

सरोसी विकास खंड के रंजीत दर्जी का आवास बारिश में उस समय गिर गया था, जब परिवार के सभी सदस्य रात में सो रहे थे। उन्होंने ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करते हुये कहा कि इस हादसे में कोई जान माल का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन उनके परिवार के सिर कच्ची मड़िया की छत थी वह भी गिर गयी। रंजीत, छेदाना जैसे हजारोंं परिवारों को इस योजना का लाभ मिल सकता है। लेकिन रंजीत को सरकारी कर्मियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली जिसमें ग्राम सभा का प्रधान भी शामिल हो जाता है से प्रशासन कैसे निपटेगा। यह यक्ष प्रश्न है।

मुख्य विकास अधिकारी ने दिए खंड विकास अधिकारी को निर्देश

फिलहाल शासन की मंशा के अनुरूप शासन ने बैठक करके इस सम्बंध में आदेश जारी किया है। मुख्य विकास अधिकारी प्रेम रंजन सिंह ने बताया है कि दैवीय आपदा से प्रभावित सहायता प्राप्त परिवारों को सम्मिलित किये जाने कार्य चल रहा है। जिसके माध्यम से वित्तीय वर्ष में जीर्णशीर्ण आवास व कच्चे घरों में रह रहे परिवारों को निशुल्क आवास उपलब्ध कराने की योजना है। इस बेघर परिवार भी शामिल है। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत दिये जाने वाले घर पूर्णतः निशुल्क है। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों के चयन के लिये उनकी सूची विकास खंड वार अभिकरण कार्यालय या संबंधित विकास खंड अधिकारी को एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध करा दे। जिससे लाभार्थियों का परीक्षण करवाकर चयन किया जा सके।

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