ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट पर सुनवाई पूरी हो चुकी है। जिसमें वाराणसी कोर्ट ने एडवोकेट कमिश्नर अजय मिश्रा को पद से हटा दिया है। उन्हें शिवलिंग रिपोर्ट मिलने की बात मीडिया में लीक करने के आरोप में पद से हटाया गया है। वहीं सर्वे रिपोर्ट सबमिट करने के लिए 19 मई तक सुनवाई को टाल दिया है। वहीं सर्वे पर रोक लगाने वाली बात पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करने से इंकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जिला अदालत का मामला सीधे सुप्रीम कोर्ट में नहीं ले सकते हैं। यदि शिवलिंग मिला है तो उसका संरक्षण जरूरी है। उसे सुरक्षित रखना जरूरी है। जबकि सभी पक्षकारों को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर दी है। साथ ही नमाज पढ़ने से न रोका जाए।
लखनऊ
Updated: May 17, 2022 05:06:06 pm
File Photo of Varanasi Gyanwapi and Shiv Mandir Maszid
मुस्लिम पक्ष ज्ञानवापी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है जहां पर कुछ देर में सुनवाई होगी। मुस्लिम पक्ष सर्वे को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था जहां पर कोर्ट ने सर्वे रोकने से मना कर दिया था हालांकि कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की अपील को स्विकार कर लिया था जिसपर आज सुनवाई होनी है।
आज जिला कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट को पेश करना था लेकिन रिपोर्ट के पेश होने पर संशय बना हुआ है। सुबह से यह जानकारी मिल रही थी कि रिपोर्ट अभी तक तैयार नहीं हुआ है जिसके लिए कोर्स से रिपोर्ट पेश करने के लिए कुछ समय और मांगा जा सकता है। हालांकि अभी थोड़ी देर पहले स्पेशल एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह ने कहा है कि रिपोर्ट को दोपहर 12 बजे तक कोर्ट के सामने पेश करने की कोशिश की जा रही है।
मस्जिद परिसर में सर्वे को लेकर मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की पीठ मामला सुनेगी। सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक से मना कर दिया था। अब निचली अदालत फैसले के खिलाफ दायर याचिका सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली थी।
ज्ञानवापी परिसर में चल रहे सर्वे के तीसरे दिन सोमवार को वजू खाने में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद अदालत के आदेश पर पुलिस प्रशासन ने देर शाम उस जगह को 9 तालों से सील कर दिया गया। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सील स्थान पर किसी भी व्यक्ति के प्रवेश रोकने के लिए सीआरपीएफ कमांडेंट को निर्देशित किया है। हालांकि, मुस्लिम पक्ष ने शिवलिंग मिलने के दावे से इंकार किया है।
वजू खाने के नीचे सोमवार को सर्वे के दौरान करीब 12 फुट लंबा और 8 फुट चौड़ा शिवलिंग मिलने का दावा किया गया। जिस दौरान फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी चल रही थी वादी पक्ष की ओर से सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता हरिशंकर जैन बाहर निकले और कोर्ट पहुंच गए। सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में जैन ने आवेदन किया कि शिवलिंग महत्वपूर्ण साक्ष्य है। ऐसे में सीआरपीएफ के कमांडेंट को निर्देशित किया जाए कि वह फिल्म समुदाय के लोगों का प्रवेश वर्जित करें। मात्र 20 लोगों को ही नमाज की इजाजत हो और वजू करने के लिए रोक दिया जाए। सिविल जज ने आग्रह मंजूर करते हुए जिला अधिकारी को आदेश जारी कर दिए।
ज्ञानवापी में शिवलिंग मिलने के बाद अब मामला कोर्ट में हैं। कोर्ट इस पर फैसला लेगा। इसी बीच जानवापी राजनीतिक मुद्दा बन गया है। नेता अपने अनुसार इस मुद्दे पर बयान दे रहे हैं। मुस्लिमों के नेता कहे जानें वाले एआईएमआईएम अकबरुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया है कि ज्ञानवापी मस्जित है ओर मस्जित ही रहेगी। इससे पहले ओवैसा कोर्ट के फैसले को भी गलत ठहरा चुके हैं। ओवैसी ने बयान दिया था कि हम पहले ही बाबरी मस्जित तो खो चुके हैं लेकिन अब हम और ओर मस्जित को खोने नहीं देंगे। सिर्फ ओवैसी ही नहीं कई भाजपा के दिग्गज नेता भी इस मुद्दे पर अपने बयानों से सुर्खिंया बटोर रहे हैं। केन्द्र मंत्री गिरिराज सिंह ने भी ओवैसा को जवाब देते हुए कहा है कि ओवैसी जो जिन्ना बनने की जरूत नहीं है। कोर्ट जो फैसाल लेगी देश को वही मान्या है। उत्तर प्रदेस के डिप्टी सीएम ब्रजेश बाठक ने अपने बयान में कहा कि ज्ञानवापी गंभीर मामला है और यह कोर्ट में है कोर्ट जो भी फैसला करेगी हमें मंजूर है।
सर्वे के बाद परिसर में शिवलिंग मिलने के बाद एक वीडियो सामना आया है इस वीडियों को लेकर दोनों पक्ष की ओर से अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं। जहां मुस्लिम पक्ष वीडियों को लेकर कह रहा है कि ये वजू के लिए बनाए गए स्थल का फौहारा है वहीं हिन्दू पक्ष का कहना है कि यह विशाल शिवलिंग है।
मथुरा. ज्ञानवापी विवाद के बीच मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। कोर्ट में अपील की गई है कि ईदगाह को सील कर दिया जाए। अपील में कहा गया है कि ईदगाह से मंदिर से साक्ष्य मिटाए जा सकते हैं।
वाराणसी कोर्ट में सरकारी वकील ने याचिका देर कर नए कोर्ट कमिश्नर की मांग की है याचिका में एक और कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति की मांग की गई है।
वाराणसी में दोपहर दो बजे ज्ञानवापी मामले में सुनाई होगी। आज सर्वे रिपोर्ट को कोर्ट में पेश नहीं किया गया है। सर्वे रिपोर्ट को पेश करने के एवडवोकेट कमिश्नर ने दो दिन का समय मांगा है।
ज्ञानवापी परिसर की सर्वे रिपोर्ट को आज कोर्ट में पेश नहीं किया जा सका है। एडवोकेट कमिश्नर ने कोर्ट से सर्वे रिपोर्ट को पेश करने के लिए दो दिन का समय मांगा है। सर्वे रिपोर्ट अभी पूरा तहर से कोर्ट से समाने पेश करने के लिए तैयार नहीं है।
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