Prayagraj Hatyakand: यूपी के प्रयागराज में शुक्रवार को Raju Pal Murder Case के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आइए जानते है बदमाशों ने कैसे दिया वारदात को अंजाम।
इलाहाबादUpdated: February 25, 2023 07:48:24 pm
उमेश पाल का शव लेकर उसके घर पहुंची पुलिस।
Umesh Pal Hatyakand : उमेश पाल के शव के पोस्टमार्टम के बाद शनिवार देर शाम दारागंज घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान यहां बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद रही। लोग उमेश पाल अमर रहे के नारे लगा रहे थे। इस दौरान सपा विधायक पूजा पाल शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचीं। इस दौरान उमेश के परिवार के लोगों ने हत्यारों को फांसी देने की मांग की। साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी और पचास लाख रुपये की मांग भी उठाई गई। चारों ओर उमेश पाल अमर रहे के नारे लग रहे थे।
गनर संदीप का भी पोस्टमार्टम हो चुका है। उसका शव भी परिजनों को सौंप दिया गया है। उमेश पाल के घर पर पुलिस फोर्स के साथ ही आरएएफ को तैनात किया गया है।
राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल ही एकमात्र ऐसा गवाह था जो अतीक के खिलाफ डटकर खड़ा था।उमेश 2005 से 2023 तक अतीक अहमद और उनके गुर्गों से मोर्चा लेते रहे। उमेश ने मरते दम तक राजू पाल से अपनी दोस्ती निभाई।
उमेश पाल सपा विधायक पूजा पाल के भाई थे। बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल का 2007 में अपहरण कर लिया गया था। अपहरण करने वालों ने उन्हें राजू पाल हत्याकांड में गवाही न देने के लिए कहा था। इस मामले में उमेश पाल ने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में अन्य लोगों के साथ-साथ पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके छोटे भाई और पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ भी आरोपी बनाए गए थे। इस मामले की सुनवाई प्रयागराज की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में चल रही थी।
उमेश पाल के शव का पोस्टमॉर्टम प्रयागराज के SRN hospital में किया जा रहा। उमेश के शरीर में गोलियां फंसे होने की आशंका जताई गई है। अब डॉक्टर उमेश पाल के शव का एक्स-रे कर रहे हैं, ताकि शरीर में कितनी और कहां गोलियां फंसी हुई हैं, इसकी सही जानकारी मिल पाए।
प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। शनिवार को इस हत्याकांड की गूंज विधानसभा तक पहुंच गई। उमेश पाल हत्याकांड पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद जवाब दिया। कहा कि राज्य में जो अपराधी और माफियां हैं वे सभी सपा के द्वारा पाले गए हैं। मुख्यमंत्री ने चेतावनी भरे लजहे में कहा कि माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा।
प्रयागराज में राजू पाल हत्याकाण्ड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर की दिनदहाड़े हत्या अति-दुखद व अति-निन्दनीय। यह घटना यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है। सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाए।
प्रयागराज में राजू पाल हत्याकाण्ड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके गनर की दिनदहाड़े हत्या अति-दुखद व अति-निन्दनीय। यह घटना यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है। सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च-स्तरीय जाँच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाए।
— Mayawati (@Mayawati) February 25, 2023
उमेश पाल हत्याकांड पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि STF पूरे मामले को देख रही है। सभी आरोपियों को पकड़ा जाएगा।
विधानसभा में सीएम आदित्यनाथ ने प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड पर कहा कि अतीक अहमद को पालने का काम सपा ने किया। अतीक अहमद को MLA और MP सपा ने बनाया। अब हमें दोष दिया जा रहा है।
विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई पूर्व विधायक मोहम्मद खालिद अजीम उर्फ अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, गुलाम और गुड्डू मुस्लिम के अलावा अतीक के बेटों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। अतीक अहमद के अज्ञात सहयोगी भी आरोपी बनाए गए हैं। उधर, बीजेपी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष को रसूलाबाद निवास से उठाने की सूचना है।
कार और बाइक पर आए 6 शूटर, सिर्फ 47 सेकेंड में फोड़ा बम, मारी गोली, देखें वीडियो सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि उमेश 4 बजकर 56 मिनट 24 सेकेंड पर अपनी कार से घर के बाहर पहुंचे। वह पिछली सीट पर बैठे थे। जैसे ही वे गाड़ी से बाहर निकले, एक बाइक सवार बदमाश वहां पहुंचा और पिस्टल तान दी।
वह कुछ समझ पाते, उससे पहले बदमाश ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। पहली गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर गए। तभी दूसरा बदमाश भी आ गया। इसके बाद उसने भी गोलियां चलानी शुरू कर दी। बचाव को आए गनर को भी गोली मार दी। गोली लगते ही वह भी जमीन पर गिर गए।
ये है उप्र में एनकाउंटर सरकार की झूठी छवि का सच्चा एनकाउंटर, जहां इलाहाबाद में सरेआम एक हत्याकांड के गवाह सहित दो पुलिसकर्मियों को बम-गोली से भून दिया गया।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 24, 2023
उप्र की भाजपा सरकार के तहत ऐसी सुरक्षा व क़ानून-व्यवस्था में आम जनता भयभीत है। pic.twitter.com/vxxqtvU0MC
2004 के लोकसभा चुनाव में अतीक अहमद के सांसद बनने से शहर पश्चिमी सीट खाली हो गई। नवंबर 2004 में उपचुनाव हुआ तो अतीक के भाई अशरफ को बसपा के राजू पाल ने हरा दिया। इस हार के बाद जो राजू पाल कभी अतीक अहमद के खास हुआ करते था, वह एक झटके में सबसे बड़ा दुश्मन बन गया था। विधायक बनने के तीन महीने बाद 15 जनवरी 2005 को राजू ने पूजा से शादी की। पूजा उसी सीट से 2007 और 2012 में विधायक बनीं। हालांकि, 2017 में वे हार गईं।
यूपी में बसपा विधायक रहे राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को हत्या कर दी गई। गंभीर रूप से घायल गनर संदीप मिश्रा की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, दूसरा गनर राघवेंद्र का इलाज चल रहा है। मामले में प्रयागराज पुलिस ने बाहुबली अतीक अहमद के 2 बेटों और उसके 1 दोस्त को हिरासत में लिया है।
पुलिस ने अतीक के 2 नाबालिग बेटों और उसके दोस्त की कॉल डिटेल भी निकलवाई है। CCTV फुटेज और स्थानीय बदमाशों को उनकी फोटो दिखाकर पहचान कराने कोशिश भी की जा रही है। देर रात तक उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और डीएम संजय खत्री धूमनगंज थाने में डटे रहे
घटना के बाद उमेश पक्ष के वकील एडवोकेट विक्रम सिन्हा ने बताया, ''केस में फाइनल बहस चल रही थी। हमारे तरफ से बहस खत्म हो चुकी थी। डिफेंस के वकील ने आज बहस की। उन्होंने ढाई बजे से साढ़े चार बजे तक बहस किया। इसके बाद कोर्ट से बहस खत्म करने के लिए सोमवार तक का समय मांगा। जबकि इस केस में कोर्ट आज बहस खत्म करना चाहती थी। इसके बाद किसी को समय नहीं दिया जाता।"
18 साल बाद 24 फरवरी 2023 को Raju Pal की तरह ही Umesh Pal की हत्या कर दी गई। उमेश पाल Raju Murder Case का एकलौता गवाह था, जो अतीक के खिलाफ मोर्चा खोले रहा। उसकी हत्या उस वक्त हुई जब जब कोर्ट से गवाही देकर घर के गेट तक ही पहुंचा था।
सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इसमें अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटे भी शामिल हैं। उधर, यूपी एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट अतीक अहमद के गुर्गों के साथ-साथ उमेश पाल की पुरानी रंजिश के आरोपियों की जानकारी भी जुटा रही है।
पुलिस कमिश्नर शर्मा ने बताया कि घटना उमेश पाल के घर के ठीक बाहर हुई। अब तक जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि दो बम फेंके गए थे और एक गन से फायर किया गया था। धूमनगंज थाने में केस दर्ज किया गया है। हमले में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की 8 टीमों का गठन किया गया है।
Raju Pal Murse Case के गवाह उमेश पाल और उनके गनर की हत्या जिस तरीके से की गई है, उससे यह तय है कि इसके लिए फुलप्रूफ प्लानिंग की गई। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि हमलावर कार और बाइक से आए थे। हमलावर कोर्ट से ही उमेश पाल की कार का लगातार पीछा करते आ रहे थे। घटना उमेश पाल के घर के ठीक बाहर हुई।