किला थाने में दर्ज हुआ था धोखाधड़ी का मुकदमा किला थाने में दो माह पहले धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मुकदमे में नाम निकालने को लेकर पुलिस सांठगांठ कर रही थी। मामले की शिकायत एसएसपी से की गई। इसके बाद एसएसपी ने मुकदमे की विवेचना दूसरे थाने में ट्रांसफर कर दी। विवेचना प्रेमनगर थाने के दरोगा राम अवतार कर रहे थे।
नरियावल स्थित घर पर रिश्वत लेने के लिए बुलाया मुकदमे की विवेचना कर रहे दरोगा राम अवतार ने मुकदमे से दो नाम निकालने के बदले उन्हें अपने घर नरियावाल पर बुलाया। पांच लाख रुपये रिश्वत देने की रकम तय की गई थी। इसके बाद 50-50 हजार की किस्तों के रूप में रुपए दिए जाएंगे। पीड़ित ने इसकी शिकायत विजिलेंस के एसपी को की थी। जिस पर एसपी विजिलेंस ने ट्रैप करने के लिए टीम तैयार की। मंगलवार को 50 हजार की किश्त लेकर जैसे ही पीड़ित पहुंचे। विजिलेंस ने दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।