मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा का कहना है कि 21 से 26 जुलाई तक प्रतिदिन सवा करोड़ का नुकसान हो रहा है। प्रशासन की अदूरदर्शिता के चलते ऐसा हो रहा है। कोरोना के चलते पिछले साल में इस दौरान कारोबार नहीं हुआ था। इस बार सभी बड़ी मंडियां, बाजार और होटल रेस्टोरेंट 20 जुलाई से सूने पड़े हुए हैं। मेरठ संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता कहते हैं कि पिछले 12 सालों से मांग की जा रही है कि कांवड़ यात्रा पर विशेष इंतजाम शिव भक्तों के आवागमन के लिए किया जाना चाहिए। जिससे कि इन दिनों में आम जनजीवन प्रभावित न हो सके।
मेरठ के बड़े सराफा बाजार में सैंपल देखकर आभूषणों के आर्डर देने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से व्यापारी आते हैं। लेकिन जब 19 जुलाई से सड़क मार्ग बंद हुए हैं उसके बाद से बाहर का व्यापारी सराफा बाजार में नहीं आया है। स्थानीय स्तर पर होने वाली गोल्ड की खरीददारी पिछले छह दिन से बंद है। ट्रांसपोर्ट कारोबार इस एक सप्ताह में करीब 12 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं मंडी थोक मार्केट और फुटकर व्यापार को 150 करोड़ का नुकसान हुआ है। कुल मेरठ के व्यापार को एक सप्ताह में करीब 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।