मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय संविधान में समाजवाद, धर्मनिरपेक्ष एवं लोकतांत्रिक भारत बनाने की व्यवस्था है। समाजवादी पार्टी इसके लिए संकल्पित और संघर्ष के रास्ते पर है। राजनीतिक लड़ाई विचारों की है। संविधान से ही सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान की परवाह नहीं करती है। सामाजिक समानता के लिए भाजपा खतरा है। भाजपा नफरत की राजनीति करती है। भाजपा ने समाज में झगड़ा लगा दिया। आर्थिक गैरबराबरी भी भाजपा सरकार में बढ़ी है।
अखिलेश यादव ने डाॅ0 लोहिया सभागार में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा की नीतियों से धर्मनिरपेक्षता को खतरा है। सभी सांप्रदायिक ताकतें लोकतंत्र से खतरा हैं। ताकतों को केन्द्रित करने की साजिश है। भाजपा नफरत की राजनीति करती है। उसने समाज में विघटन पैदा कर दिया है। दुनिया में इससे देश का सम्मान और भरोसा घटा है। सामाजिक न्याय से भाजपा को परहेज है।
अखिलेश यादव ने कहा कि देश में अर्थव्यवस्था चैपट है। नोटबंदी और जीएसटी ने आर्थिक संकट पैदा कर दिया है। बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं का कोई समाधान नहीं है। चिकित्सा और शिक्षा कुव्यवस्था की शिकार है। गरीबों से छीनकर व्यापार बड़े कारपोरेट प्रतिष्ठानों के पास पहुंचा दिया गया है। किसानों को फसल की सही कीमत नहीं मिल रही है। लोग सम्पन्न हों तो स्वयं शौचालय बना लेंगे। वैसे भी कहीं सफाई नहीं है। कूड़े का निस्तारण नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानूनव्यवस्था की बुरी दशा है। हत्या, लूट, अपहरण, बलात्कार की घटनाऐं रूक नहीं रही है। जनता में भय और असुरक्षा है। समाजवादी सरकार में यूपी डायल 100 की जो व्यवस्था थी उससे पुलिस अपराधस्थल पर कुछ मिनटों में ही पहुंच जाती, भाजपा सरकार ने इसे चैपट कर दिया। उन्होंने कहा कृषि का बुनियादी ढांचा खड़ा करने के लिए समाजवादी सरकार के समय आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे, कृषि उत्पाद के विपणन के लिए अनाज, आलू, दूध, फल-सब्जी की मण्डियां, चारलेन की सड़कों के निर्माण का काम हुआ था। छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप बांटे गए थे।