मानसून की करवट ने दूर कर दिया बांधों का सूखा शुरूआती दौर में मानसून के कमजोर होने के ज्यादातर बांध खाली पड़े थे। इससे लोगों को बुंदेलखंड में सूखे के आसार नजर आने लगे थे। इतना ही नहीं, कमजोर बारिश के कारण उमस ने भी लोगों का बुरा हाल करके रख दिया था। इसके बाद तीन दिन से मानसून ने अचानक करवट ली है। बुंदेलखंड से लेकर मध्यप्रदेश के इलाकों में झमाझम बारिश ने बांधों की प्यास को पूरा कर दिया। राजघाट बांध भर जाने के बाद वहां से पानी छोड़ा गया, तो माताटीला बांध फुल हो गया। जब माताटीला बांध के फाटक खोलकर पानी छोड़ा गया, तो बेतवा नदी में जैसे उफान आ गया। ओरछा के निकट तो बेतवा का पानी वहां नदी पर बने रिपटे से कई फुट ऊपर से जाने लगा। इससे टीकमगढ़ को जाने वाले वाहनों को निवाड़ी से होकर ले जाना पड़ा।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट झांसी और आसपास में हो रही बारिश के कारण पहूज नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इस कारण पहूज डैम के भी फाटक खोलने पड़े। इससे उनाव बालाजी में पहूज नदी उफनती नजर आई। उधर, माताटीला डैम के इंचार्ज जी के मौर्य ने बताया कि मध्यप्रदेश में तेज बारिश के कारण बेतवा का जलस्तर काफी बढ़ गया है। बांधों में पानी की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। इसके अलावा नदी किनारे गांवों के लोगों को सचेत कर दिया गया है।