हाथरस

Ayushman Bharat Yojana से इलाज कराना हुआ आसान, बीमार होने पर पर्स नहीं, गोल्डन कार्ड की जरूरत

– गरीबों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही योजना।- समय से गोल्डन कार्ड बनवाएं, योजनाओं का लाभ उठाएं।- हाथरस जिले के 1,063 लाभार्थी करा चुके हैं अपना इलाज।

हाथरसAug 07, 2019 / 10:59 am

suchita mishra

हाथरस। प्रधानमंत्री की जनस्वास्थ्य को लेकर शुरू की गई आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat Yojana) और प्रधानमंत्री भारत जन औषधि केंद्र जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं रंग ला रही हैं। अब बीमार होने पर व्यक्ति पर्स नहीं तलाशता बल्कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना (Pradhanmantri jan arogya Yojana) के तहत बनाए गए गोल्डन कार्ड (Golden card) को खोजता है। सरकार की यह योजना गरीबों और जरूरतमंदों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है।
अब तक 1,063 लोगों ने उठाया लाभ
आयुष्मान योजना के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. प्रभात सिंह ने बताया कि जिले में दो सरकारी व तीन प्राइवेट अस्पतालों में योजना के तहत इलाज किया जा रहा है। जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 58, 848 लाभार्थी हैं, जिनमें से 25,743 ने गोल्डन कार्ड बनवा लिया है। अब तक करीब 620 लाभार्थी जनपद में ही योजना का लाभ ले चुके हैं तथा कुछ लाभार्थियों ने दूसरे जनपदों में भी योजना के तहत इलाज कराया है। इस प्रकार जिले के 1,063 लोग लाभ ले चुके हैं।
 

गोल्डन कार्ड बनवा लें
डॉ. प्रभात सिंह ने लाभार्थियों से अपील की है कि वे समय से अपने गोल्डन कार्ड बनवा लें जिससे उन्हें इलाज के समय दिक्कत का सामना न करना पड़े। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बृजेश राठौर ने बताया कि जिले की जनता प्रधानमंत्री की दोनों ही महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ ले रही है।
मुफ्त में इलाज
एबीजी अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करा रहीं शीला देवी ने बताया कि इस योजना से के चलते उनका इलाज मुफ्त में हुआ। वहीं, सांस की समस्या से परेशान लाभार्थी महेश चंद्र ने भी खुद को योजना से संतुष्ट बताया। उनका कहना है कि पहले बीमार होने पर टेंशन हो जाती थी कि इलाज कैसे होगा, ऐसे में इस योजना के जरिए बहुत बड़ा सपोर्ट मिला है। इसी क्रम में जन औषधि केंद्र से दवा ले रहे लोग भी सस्ती दवा पाकर खुश नजर आए। सोहवीर सिंह ने बताया कि यहां बाजार से सस्ती दवा मिल रही है और लगभग सभी प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। हर रोज करीब 150-200 लोग यहां से दवा खरीदते हैं।
 
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