छह सेक्टर में बसेगा माघ मेला, पहली बार बनेगा सात पीपा पुल माघ मेले की तैयारी तेज है। इस वर्ष माघ मेला कुल छह सेक्टर में बसेगा। मेला क्षेत्र में इस वर्ष आवागवन को लेकर सात पीपा का पुल का निर्माण होगा। मेला क्षेत्र में पांच पुल होंगे और दो फाफामऊ क्षेत्र में बनेगा। मेला की बसाहट को लेकर सभी विभागों ने कार्य शुरू कर दिया है। बिजली विभाग से लेकर विधुत, लोक निर्माण, खाद्य आपूर्ति, परिवहन विभाग जैसे सभी विभागों ने कार्य शुरू कर दिया है।
यातायात की होगी पूरी सुविधा माघ मेले में पहली बार सात पीपा पुल का निर्माण किया जा रहा है। पांच पुल मेला क्षेत्र बनेगा और दो पुल फाफामऊ पुल के नीचे बनेंगे। प्रतापगढ़, लखनऊ से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह पुल बनेगा और दो पुल नैनी अरैल क्षेत्र में बनेगा। इसके साथ तीन पुल मेला क्षेत्र को झूसी की तरफ से जुड़ेगा। एक पुल को तैयार करने में लगभग 120 से 130 पीपा का इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिक पीपा पुल से मेला क्षेत्र में यातायात की सुविधा और बेहतर होगी।
दो हजार बसों का होगा संचालन माघ मेले को लेकर परिवहन विभाग ने भी पूरी तैयारी कर ली है। परिवहन विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक टीके विसेन ने जानकारी देते हुए बतया कि माघ मेले को तैयारी शुरू है। परिवहन विभाग श्रद्धालुओं की यातायात सुविधा को लेकर दो हजार बसों का संचालन करेगा। मिनी कुम्भ के तर्ज पर लगने वाले माघ मेला को लेकर हर 15 मिनट पर भक्तों माघ मेला स्पेशल बस की सुविधा मिलेगी। नैनी, झूसी, अरैल घाट, फाफामऊ, नवाबगंज, सहसों जैसे तमान जगहों से माघ मेला सटल स्पेशल बसों का संचालन होगा। यात्रियों को असुविधा न हो इसका भी ध्यान दिया जाएगा।
रंगबिरंगे एलईडी लाइट से जगमग होगा माघ मेला माघ मेला को कुंभ के तर्ज पर तैयारी की जा रही है। सरकार के आदेशानुसार इस वर्ष माघ मेला को मिनी कुम्भ के तर्ज पर सजेगी। हर वर्ष माघ मेले में एलईडी लाइट लगती थी लेकिन इस वर्ष माघ मेले में रंगबिरंगे एलईडी झूमर और लाइट लगाई जाएंगी। माघ मेला क्षेत्र की आभामंडल दूर तक फैले इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। मेला क्षेत्र में पोल लगने का काम दो दिसम्बर से शुरू हो जाएगा। इसके साथ छह सेक्टर में बसने वाले माघ मेला क्षेत्र में 16 चौराहों पर हाईमास्ट लाइट लगाने के साथ ही सभी पीपा पुल में स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। मेला क्षेत्र को जगमग करने के लिए तैयारी शुरू है। अधिशासी अभियंता भविष्य कुमार सक्सेना ने बताया कि माघ मेला को दिव्य और भव्य बनाने के लिए कोई भी कसर नही छोड़ा जाएगा। दो दिसम्बर से लेकर 31 दिसम्बर तक बिजली का काम पूरा हो जाएगा। मेला क्षेत्र में इस वर्ष 20 बिजली उपकेंद्र, 14,100 खंभे लगाने की तैयारी, 18 जनरेटर राजेंगे और 16 प्रवेश द्वार रौशनी से चकाचौंध करने की तैयारी होगी।
तैयारी जल्द होगी पूरी भक्तों के आगमन से पहले मेला क्षेत्र की तैयारी पूरी हो जाएगी। माघ मेला प्रभारी अधिकारी अपने-अपने विभाग का कार्य देखना शुरू कर दिया है। दिसम्बर माह के अंत तक मेला कार्य पूरा हो जाएगा।