प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में युवक ने तैयार किया नायाब डिवाइस, जानिए क्या खास है इस गन में…
वाराणसी। देश में घुसपैठ की फिराक में रहने वाले आतंकियों के दांत खट्टे करने के लिए बनारसी छोरे ने नायाब डिवाइस का अविष्कार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे Make in India से प्रभावित युवक ने हमारे फौजियों के लिए ऑटोमैटिक हेलमेट गन तैयार किया है, जो न सिर्फ आतंकियों पर गोलियां बरसाएगा, बल्कि मुसीबत के समय फौजी की लोकेशन भी बताएगा, ताकि उसकी जल्द से जल्द मदद की जा सके।
जीपीएस चिप से लैस होने के कारण सेना के कंट्रोल रूम में जवान की गतिविधि की जानकारी मिलती रहेगी और उस हिसाब से दिशा-निर्देश भी जारी होते रहेंगे। वाराणसी के रहने वाले श्याम चौरसिया ने अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग इस हेलमेट को बनाने में किया है। श्याम की ओर से बनाया गया हेलमेट कई खूबियों वाला है।
ये है हेलमेट की खासियत
हेलेमेट में जीपीएस चिप लगा हुआ है, जो जवान की लोकेशन की जानकारी कंट्रोल रूम को देगा। यदि जावन घायल हो जाते हैं तो भी इसको व्हाट्सएप और वायरलेस ट्रिगर के जरिये सेना के दूसरे जवान इसको ऑपरेट कर सकते हैं। इसमें आगे पीछे दोनों तरफ से गोली चलेगी। इसमें लगे गन पॉइंट को रोटेट भी कर सकते हैं। कंट्रोल रूम से बैठकर निगरानी की जा सकती है। एक जीपीएस सर्किट, डीवीडी के पार्ट लगाए गए हैं, जो ट्रिगर का काम करते हैं। जीएसएम सर्किट लोकेशन की ऑडियो वीडियो को कंट्रोल रूम को भेजता रहेगा। 50 मीटर तक इसका रेंज हो सकता है। आरएफ रिमोट कंट्रोल है। इससे हेलमेट को रखकर कहीं से भी फायरिंग कर सकते हैं। आधा इंच के दो रॉड हैं। एक इंच का एक रॉड है। 9 बोल्ट का बैटरी लगी है, एक बार चार्ज होने पर 50 से 60 गोली चला सकते हैं। सिम कार्ड का यूज किया गया है।
पांच हजार रुपए में बना है हेलमेट
आश्चर्य की बात यह है कि इस हेलमेट को बनाने में श्याम ने सिर्फ पांच हजार रुपए खर्च किए हैं, जिसमें कबाड़ के सामान को लगाते हुए यह डिवाइस तैयार की गई। इस हेलमेट को जवान रिमोट से तो चला सकता ही हैं, साथ ही कंट्रोल रूम में बैठकर फेसबुक और व्हाट्स एप के जरिए भी कंट्रोल किया जा सकता हैं।
श्याम ने पहले भी बनाए हैं कई डिवाइस
हेलमेट गन बनाने वाले श्याम चौरसिया ने इसके पहले भी बहुत से आविष्कार किए हैं, जिनमें से मुख्य फेसबुक गन, सेंसर गन, सेफ्टी टीशर्ट प्रमुख हैं। श्याम ने इस बार अपने इस आविष्कार को मेक इन इंडिया का नाम देते हुए सांसद और देश के पीएम नरेंद्र मोदी को अर्पित करने के लिए उनके संसदीय कार्यालय में भेट किया है।
श्याम का कहना है कि प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए, ताकि युवा देश के लिए नए-नए अविष्कार कर सकें। श्याम के आविष्कार की बीजेपी विधायक ने काफी सराहना की और श्याम को आश्वासन दिया कि साइंस टेक्नोलॉजी विभाग में इस आविष्कार को दिखाया जाएगा। श्याम के इस आविष्कार की काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के आईआईटी विभाग ने भी सराहना की। बीएचयू आईआईटी के सीनियर प्रोफ़ेसर पी.के मिश्रा का कहना हैं की श्याम के सारे अविष्कारों में ये गन डिफेन्स और सेना के लिए काफी सहायक हो सकती हैं।
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