उक्त फूलकुमारी अपने मायके में रहने लगी।मायके वालों ने ससुराल पक्ष के लोगो से विदाई कराकर ले जाने का प्रस्ताव रखा मगर वे तैयार नहीं हुए। महिलाओं के हितों की लड़ाई लड़ने वाली संस्था महिला सशक्तिकरण केंद्र की काउंसलर अनिता के सम्पर्क में पीड़िता आयी और मामले में सहयोग करने की बात कही। उक्त संस्था द्वारा छह माह से मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया।
काफी जद्दोजहद के बाद पति पत्नी के बीच मनमुटाव खत्म करवाकर समझौता कराया गया और पति अपनी पत्नी को लिवाकर घर गया। उक्त संस्था का उक्त कार्य ग्रामीणों के बीच चर्चा का विषय बना है।