घर से इसकी बिक्री शुरू वहीं मछली के दाम भी प्रति किलो तीन सौ से चार रुपये में छू रहे हैं। लॉकडाउन में मांस की बिक्री पर रोक चल रही है। चिकित्सकों ने भी लोगों से मांस खाने से मना किया है। लेकिन शौकीनों की अब यह जरूरत कई दुकानदार पूरी करने लगे हैं। शहर के कई दुकानदारों व मांस काटने वालों ने अपने घर से इसकी बिक्री शुरू कर दी है।
कुछ हिस्सों को मिली है अनुमति वैसे राज्य सरकार ने आवश्यक वस्तुओं अधिनियम के तहत लॉकडाउन के दौरान मांस और मछली की दुकानों को संचालित करने की अनुमति दी है। मुंबई को गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से सप्ताह में दो बार लगभग 30,000 बकरियां मिलती हैं। उन्हें पश्चिमी भारत के सबसे बड़े बूचड़खानों में से एक देवनार में काटा जाता है। हालांकि, 25 मार्च से पूर्ण लॉकडाउन के बाद, बहुत कम जानवर दूसरे राज्यों से मुंबई आ रहे हैं, और चूंकि देवनार सीमा से बाहर है, इसलिए व्यापारी जानवरों को वहां ले जाने के लिए उत्सुक नहीं हैं।
400 सौ रुपए किलो मुर्गा इसी तरह मुर्गे की बिक्री में भी उछाल आ गया है। कोरोना वायरस के कारण जो लोग मुर्गे से परहेज कर रहे थे, अब उन्होंने दोबारा मुर्गा खाना शुरू कर दिया है। मुर्गा में 400 रुपये किलो में मिल रहा है।