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फैजाबाद

तहसील दिवस में फ़रियाद सुन रहे थे डीएम साहब बाहर दहाड़े मार मार कर रो रही थी एक माँ

2 अगस्त को तालाब में मिली थी 12 साल के मासूम की लाश परिजनों ने लगाया पुलिस पर लापरवाही का आरोप

फैजाबादSep 04, 2018 / 04:48 pm

अनूप कुमार

Protesting in front of DM In Tahseel Divas Milkipur Faizabad

तहसील दिवस में फ़रियाद सुन रहे थे डीएम साहब बाहर दहाड़े मार मार कर रो रही थी एक माँ

फैजाबाद : जिले के ग्रामीण क्षेत्र खंडासा इलाके में बीती 2 अगस्त को एक किशोर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में परिजनों ने नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने के कारण आज मिल्कीपुर तहसील दिवस में पहुंचकर हंगामा किया। तहसील के सभागार में डीएम डॉ अनिल पाठक व प्रभारी एसएसपी संजय कुमार फरियादियों की फरियाद सुन रहे थे तो बाहर परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हंगामा काट रहे थे और पुलिस पर आरोप लगा रहे थे कि आरोपी पुलिस के संरक्षण में है जिन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। दरअसल खंडासा थाना क्षेत्र के पड़कियां पूरे सिधारी गांव में दो अगस्त को 12 वर्षीय बालक आदित्य कुमार मिश्रा उर्फ उमेश की लाश तालाब में मिली थी जिसमें बालक के पिता उमाशंकर की तहरीर पर गांव की ही हनुमान प्रसाद मिश्रा एवं सुनील कुमार मिश्रा के खिलाफ धारा 302, 201 में मुकदमा पंजीकृत हुआ था।
2 अक्टूबर को तालाब में मिली थी 12 साल के मासूम की लाश परिजनों ने लगाया पुलिस पर लापरवाही का आरोप

हंगाम कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि घटना में मुकदमा दर्ज किए जाने के बावजूद भी खंडासा पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी न कर उन पर मेहरबान है | जिससे नाराज होकर मृत किशोर के परिजनों ने तहसील दिवस के दौरान जिलाधिकारी केसमक्ष पहुंचे और घटना में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की | जिसके बाद जिलाधिकारी ने उन्हें बताया कि घटना में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों द्वारा मृत किशोर का बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है | बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही गिरफ्तारी हो सकेगी।जिलाधिकारी और तहसील दिवस में मौजूद पुलिस अधिकारियों के बयान से नाराज परिजनों ने तहसील परिसर में जमकर हंगामा काटा और पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को अपराधियों को खुलेआम संरक्षण देने का आरोप लगाया। हंगामे के दौरान मौजूद पुलिसकर्मी पीड़ित परिवार को समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन परिवार नहीं माना और हंगामा होता रहा | हंगामे में महिलाओं के शामिल होने के कारण पुलिस सख्ती दिखाने से कतराती रही
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