निराजनीं अखाड़े के सचिव महन्त रविंद्र पूरी महराज ने बतया कि 13 अखाड़ो के महात्माओं को आमंत्रण भेज दिया गया है। साथ ही कई आचार्य महामंडलेश्वर को भी आमंत्रण दिया गया है। महन्त नरेंद्र गिरि के षोडसी संस्कार में लगभग 10 हजार से अधिक संत शामिल होंगे। जबकि अन्य सामाजिक क्षेत्र के लोगों को मिलकर इनकी संख्या लगभग 15 हज़ार होगी। इनके रुकने के लिए धर्मशालाओं की व्यवस्था भी बाघंबरी अखाडा ही कर रहा है।
10 हजार से अधिक संत और महात्मा होंगे शामिल निराजनीं अखाड़े के सचिव महन्त रविंद्र पूरी महराज ने बतया कि 13 अखाड़ो के महात्माओं को आमंत्रण भेज दिया गया है। साथ ही कई आचार्य महामंडलेश्वर को भी आमंत्रण दिया गया है। निराजनीं अखाड़े के महात्माओं का आना शुरू हो गया है। महन्त नरेंद्र गिरि के षोडसी संस्कार में लगभग 10 हजार से अधिक संत शामिल होंगे। संतों के संख्या को देखते हुए व्यवस्था पूरी कर ली गई है। दूर से आए संतों की रुकने की भी व्यवस्था की गई है।
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू होगा षोडसी संस्कार 5 अक्टूबर को सुबह सबसे पहले वैदिक मंत्रोच्चार होगा उसके बाद शांति हवन, पूजा पाठ होगा। इस मौके में 13 अखाड़ो के पीठाधीश्वर, आचार्य महामंडलेश्वर, पीठाधीश और देश भर से लगभग 10 हजार संत साक्षी रहेंगे। तैयारियों की कमान संभालने वाले निराजनीं अखाड़े के सचिव ने बतया कि षोडसी में किसी भी तरह की कमी न हो इसका पूरा ध्यान दिया जा रहा है।
संयासी लेंगे 16वीं का दान, मोक्ष की करेंगे कामना निराजनीं अखाड़े के सचिव महन्त रविंद्र पूरी ने जानकारी देते हुए बतया कि निरंजनी अखाड़े के गुरदड़ अखाड़े के सन्यासियों को भी बुलाया गया है। इन सन्यासियों को षोडसी पर 16वीं का दान दिया जाएगा। इन सन्यासियों हर वह वस्तु दान किया जाता है जो महन्त नरेंद्र गिरि को पसंद थी। जिसमें सोना, चांदी, वस्त्र, छाता, छड़ी, घड़ी, आसान, भगवा वस्त्र, साल, खड़ाऊ समेत कुल 16 वस्तुएं दान किए जाएंगे। इसके साथ ही सभी संतों को दक्षिणा भी दिया जयेगा।