गंजबासौदा. सुबह 7 बजे के पहले और रात 10 बजे के बाद शहर की सड़कों की चौड़ाई जहां 40 फीट नजर आती है तो वही सड़क दिन में सिमटकर 20 फीट की हो जाती है। शहर में लगातार अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। नगर पालिका और प्रशासन के ढीले रवैए के चलते अतिक्रमणकारी वेखौफ हैं […]
गंजबासौदा. सुबह 7 बजे के पहले और रात 10 बजे के बाद शहर की सड़कों की चौड़ाई जहां 40 फीट नजर आती है तो वही सड़क दिन में सिमटकर 20 फीट की हो जाती है। शहर में लगातार अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। नगर पालिका और प्रशासन के ढीले रवैए के चलते अतिक्रमणकारी वेखौफ हैं और लगातार वे सड़कों पर अपना कारोबार फैला रहे हैं।
करीब 5 माह पहले प्रशासन और नगर पालिका ने शहर को अतिक्रमण मुक्त करने का दावा किया था और बड़े स्तर पर एक अतिक्रमण हटाने की मुहिम भी चलाई थी लेकिन न तो अतिक्रमण हटा और न ही शहरवासियों को इन अतिक्रमणकारियों से मुक्ति मिली।
20-20 फीट तक कर रखा कब्जा
शहर के त्योंदा रोड, बरेठ रोड और रेलवे स्टेशन पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण पसरा हुआ है। खासतौर पर स्टेशन रोड और सावरकर चौक और पारासरी पुलिया के आसपास व्यापारियों ने 10 से 15 फीट तक सड़क पर अपना सामान जमा रखा है जिसके चलते यहां पर से वाहनों की आवाजाही में परेशानी होती है और दिन में कई बार यहां पर जाम के हालात बनते हैं।
न नोटिस और न अपील का असर
जहां नगर पालिका ने पक्के अतिक्रमणकारियों को अपना अतिक्रमण हटाने के नोटिस जारी किए थे और उनके दस्तावेज मंगाए थे। वहीं व्यापार महासंघ ने भी व्यापारियों से अपील की थी कि वे अपना कारोबार सीमित दायरे में रहकर करें और सड़क पर सामान न जमाएं, लेकिन अतिक्रमणकारियों पर न तो नगर पालिका के नोटिस का असर हुआ और न ही व्यापार महासंघ की अपील का उन पर कोई असर नजर आया जिसके चलते अतिक्रमणकारी बेखौफ हैं जिसके चलते लगातार अतिक्रमण बढ़ रहा है और नागरिक परेशान हो रहे हैं।