प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित होकर वाराणसी में 10वीं में पढ़ने वाले एक छात्र ने घर के कबाड़ और महज 250 रुपये की लागत से ‘टचलेस ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन’ बनाया है
10वीं के छात्र ने 250 रूपये की लागत से बनाया टचलेस ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन
वाराणसी. कोरोना (Covid-19) से बचाव के लिए दुनियाभर में तमाम ऐसे संसाधन इजात किये जा रहे हैं जिससे इसकी चक्र को रोका का सके। सरकार द्वारा सुझाए गए सभी उपायों का भी लोग पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) से प्रभावित होकर वाराणसी में 10वीं में पढ़ने वाले एक छात्र ने घर के कबाड़ और महज 250 रुपये की लागत से ‘टचलेस ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन’ बनाया है जो बिना टच किये ही अपना काम बहुत ही अच्छे तरीके से कर सकेगी।
कोरोना काल में सेनेटाइजेशन सबसे अहम काम हो गया है। बाजार में ऑटोमेटिक सेनेटाइजेशन मशीनें भी आ गईं। वहीं, अब 10वीं में पढ़ने वाले वाराणसी के विवेक ने घर के कबाड़ और महज 250 रुपये की लागत से ‘टचलेस ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन’ बनाई है। विवेक ने बताया की इस मशीन के आगे हाथ ले जाने पर ऑटोमेटिक सेनेजाइजेशन शुरू हो जाएगा। यह टचलेस प्रक्रिया है इसमें बिना टच किए ही सेनेटाइज कर दिया जाता है।
पीएम मोदी से मिली प्रेरणा विवेक ने बताया कि टचलेस सेनेटाइजर मशीन की प्रेरणा उन्हें पीएम मोदी के उस कथन से मिली जिसमें उन्होंने कहा था कि किसी भी चीज को छूने से बचें। जिसके बाद घर के कुछ कबाड़ और कुछ बाजार से चीजों को खरीदकर मैनें टचलेस सेनेटाइजर मशीन बनाई है। विवेक की इच्छा है की इस मशीन को पीएम मोदी या यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ लांच करें।