बता दें कि 20 दिसम्बर को 15 छात्रों के खिलाफ चीफ प्रॉक्टर ने लंका थाने में तहरीर दी थी। अगले दिन दो नाम वापस लेते हुए बीए ऑनर्स के छात्र गुलाम सरवर का नाम जोड़ा था। विभिन्न मामलों में वांछित छात्र नेता आशुतोष सिंह ईशु की गिरफ्तारी के विरोध में बीते 20 दिसम्बर को काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर (बीएचयू) में करीब दो घंटे उत्पात मचाने के आरोपी 13 छात्रों को विवि प्रशासन ने इन छात्रों को निलम्बित कर दिया है। देर से सही, इस कार्रवाई से विवि प्रशासन ने संदेश दिया कि बवाल करने और कानून अपने हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इन छात्रों पर मरीजों तीमारदारों व आम लोगों के वाहन तोड़ने, बस फूंकने, महिलाओं- पुरूषों से दुर्व्यवहार के साथ मारपीट करने का आरोप था।
इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने लंका थाने में गौरव सिंह, शुभम तेवतिया, आशुतोष त्रिपाठी, बिट्टू सिंह, शिव द्विवेदी, प्रवीण राय, अभिजीत, रुद्रप्रताप सिंह, सौरभ राय, प्रतीक तिवारी, एलएन शर्मा, सत्यम राय, धीरज सिंह व हिमांशु प्रभाकर सहित 15 छात्रों के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज व अऩ्य जांच में पता चला कि इसमें से दो छात्र घटना के दौरान मौजूद नहीं थे। घटना में एक और छात्र गुलाम सरवर का नाम सामने आया। इसके बाद पुलिस ने भी सभी छात्रों के मूल निवास पर छापेमारी की। वहीं लंका थाना प्रमुख ने विवि प्रशासन को पत्र भी लिखा। बीएचयू प्रशासन ने पिछले दिनों 13 छात्रों को हॉस्टल व अऩ्य शैक्षणिक सुविधाओं से निलम्बित कर दिया है।