18 फरवरी का दिन इतिहास के रूप में लिखा जाएगा। क्योंकि इसीदिन गाजीपुर का एक छोटा गांव स्मार्ट जिला स्मार्ट गांव योजना के तहत 5g नेटवर्क सेवा से लैस हुआ है। 5g नेटवर्क के लिए जिले के सदर कोतवाली इलाके का महराजगंज गांव 5जg के पायलेट प्रोजेक्ट योजना के तहत टेस्ट के लिए शुरू किया गया।
इस वजह से बना भारत का पहला गांव इसके टेक्निकल डॉ. सामंत हैं। 5g kr ओपनिंग संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने किया। बतौर मनोज सिन्हा, प्रधानमंत्री ने जब डिजिटल इंडिया के लिए परियोजना बनाया गया तो हमारे विभाग ने इसपर काम करना आरंभ किया। लक्ष्य रखा गया कि, देश में ढाई लाख ग्राम पंचायतें में हाईस्पीड ब्राडबैंड पहुंचे। शहरों और गांवों में बहुत बड़ी खाईं थी। उसको पाटने के लिए एक लाख गांव तक योजना पहुंचा दी गई है।
डॉ.सामंत जो अमेरिका से लौट कर आए हैं। डॉ सामंत ने देश में कुछ करने की इच्छा जताई और जब सामंत ये सब बता रहे थे, तो हमें खुद विश्वास नहीं हुआ कि, दुनिया के विकसित देश इस प्रयोग में है। ये नौजवान शख्स कम खर्च में 5 जी सेवा देश में देने की बात कही। हमने तय किया कि, पायलेट के तहत इस कार्य को शुरू करें। भारत सरकार ने 5जी के लिए समिति बनाई है।
उस समित के अध्यक्ष ने डॉ सामंत के कार्यों को देखते हुए कहा है कि, दिल्ली मुंबई में यह सेवा बाद में शुरू होगी। हिन्दुस्तान के गांव में पहले आ जाएगी। इसके माध्यम से गांव में तकनिकी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार 2018 में बढ़ जाएगी। इंटरनेशनल टेलीकॉम यूनियन 5g के स्टैन्डर्ड क्या होगें अभी तय नहीं किया है। दुनिया के विकसित देश 2019 में लांच करने की बात कर रही है।