कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए पिछले 18 साल से काम कर रही सामाजिक संस्था आगमन का अभियान जारी है। गांव चलो अभियान के तहत गांव में चौपाल लगायी गयी। चौपाल में भारी संख्या में ग्रामीणों ने अपनी भागीदारी दर्ज करायी। संस्था के सदस्यों ने कहा कि बेटे के लालच में हम इतने अंधे हो जाते हैं कि मां के पेट में ही बेटी की हत्या कर देते हैं। समाज का यह महापाप सबकी जागरूकता से ही रुक सकता है। संस्था संस्थापक डा.संतोष ओझा ने कहा कि बेटियों ने यह साबित कर दिया है कि वह किसी से कम नहीं है। पुरुषों के साथ कंधा से कंधा मिला कर बेटी चल रही है। बेटों की तरह बेटियों को भी सारी सुविधा मिले तो वह भी आसमान छु सकती है लेकिन बेटे के लालच में हम बेटियों की हत्या कर देते हैं यह ऐसा महापाप होता है जिसकी सजा वर्षों तक समाज को भुगतनी पड़ती है। शहर में कन्या भ्रूण हत्या महामारी की तरफ फैलता जा रहा है और अब ग्रामीण क्षेत्र भी इससे बच नहीं पा रहे हैं ऐसे में सभी लोगों को शपथ लेनी चाहिए कि कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने देंगे। आयोजन में अभिषेक जायसवाल, रजनीश सेठ, कपिल यादव, सन्नी कुमार व ग्राम प्रधान आदि उपस्थित थे।