पार्टी नेताओं की मांग ग्राम पंचायतों में लोकतंत्र कायम करना है। इसके तहत उन्होंने ग्राम प्रधानों की कार्य-प्रणाली पर ही हमला बोला है। पार्टी नेताओं का कहना है कि ग्राम प्रधान पूरी तरह से निरंकुश हो गए हैं। ऐसे में इनके खिलाफ सत्याग्रह शुरू किया गया है। यह सत्याग्रह रात-दिन चल रहा है।
सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे जिला संगठन संयोजक अरविंद पटेल ने प्रशासन से मांग की है कि दिसंबर 2019 से पूर्व होने वाली ग्राम सभा की बैठको में उत्तर प्रदेश पंचायत विधी (संशोधन) विधेयक 1994 की धारा 11(1), 11(2), 11(3),11(4) व 11(5) के प्राविधानो का पालन हो और बैठक की विडियोग्राफी कराई जाय।
वहीं पार्टी के जिला सचिव जे पी यादव ने कहा कि ग्रामसभा की खुली बैठके होनी चाहिए जिससे विकास कार्यो में पारदर्शिता बनी रहे।
सत्याग्रह आंदोलन में पिंडरा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष अमर सिंह, एस पी गुप्ता, दिनेश यादव, सुबाष चंद्र वर्मा, मायाशंकर पटेल, कालीचरण, शुभम राय, बसंता राजभर, शैलेंद्र यादव आदि शामिल रहे।
सत्याग्रह आंदोलन में पिंडरा विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष अमर सिंह, एस पी गुप्ता, दिनेश यादव, सुबाष चंद्र वर्मा, मायाशंकर पटेल, कालीचरण, शुभम राय, बसंता राजभर, शैलेंद्र यादव आदि शामिल रहे।