उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द ऐसा कानून बनाना चाहिए। कानून में ऐसे दंड का प्रावधान हो। जिससे अत्याचार करने वाले दहशत मं आ जाये। उन्होंने कहा कि स्मॉर्ट फोन के माध्यम से भी अश्लीलता आसानी से उपलब्ध हो रही है जिसका समाज पर बहुत खराब असर पड़ रहा है। सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए। ताकि स्मॉर्ट फोन पर ऐसी सामग्री उपलब्ध न होने पाये। जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल ने कहा कि हैदरबाद की घटना से एक बार फिर मानवता शर्मसार हो गयी है। घटना के प्रति जितना दु:ख प्रकट किया जाये। वह कम है। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द नया कानून बनाना चाहिए। इस तरह के मामलो के आरोपियों की सुनवाई छह में पूरी हो और उन्हें ऐसा कठोर दंड मिले कि अन्य कोई ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न कर पाये। धरना में अब्दुल्लाह खां, मोहसिना परवीर, अखिलेश पांडेय, विनोज जायसवाल, कन्हैया मिश्रा, मनीष गुप्ता, रमेश पटेल आदि लोग शामिल थे।
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