अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की मांगें 1- छात्रों की आवाज को सुरक्षित रखने और छात्र हित सशक्त करने के लिए छात्र प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए। 2-प्रत्येक विभाग में एक स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था की जाए और छात्रों की सुलभता के मद्देनजर हर बड़ी कक्षाओं और व्याख्यान कक्ष में, माइक्रोफोन की समुचित व्यवस्था की जाए।
3-मूल तकनीकी कंप्यूटर शिक्षा, हर छात्र को मुहैया कराई जाए। 4-संस्कृति, पर्यावरण और भारतीय नैतिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। 5-आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए शुरू हुए ‘EARN WHILE LEARN’ को 15 दिनों के भीतर शुरू किया जाए और व्यक्तित्व निर्माण के लिए प्रत्येक विभाग में कार्यशाला आयोजित की जाए।
6-छात्राओं के छात्रावास में चल रही मेस व्यवस्था को सुदृढ और सुचारू रूप से चलाया जाए और छात्रावासों के आस पास उचित लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। 7-आचार्य को एमए के समकक्ष डिग्री दी जाए।
8-भारत अध्ययन केंद्र के तहत शिविर, कार्यशाला और शैक्षणिक यात्रा का प्रबंध किया जाए एवं दो क्रेडिट का कोर्स अनिवार्य रूप से चलाया जाए। 9-प्रत्येक विभाग में छात्र हित एवं अध्यनन के मद्देनजर कोर्स की किताबों को ग्रन्थालय में शामिल किया जाए और मौजूद किताबों की प्रतियां बढ़ाई जाए।
10-विश्वविद्यालय में जिस ऑनलाइन संरचना के तहत प्रवेश दाखिला की प्रक्रिया पूर्ण होती है, उसी प्रकार छात्रों के हेल्थ कार्ड, लाइब्रेरी कार्ड की भी संरचना ऑनलाइन उपलब्ध हो। 11-विश्वविद्यालय में छात्रों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर छात्रावास, शौचालय और साईकल स्टैंड की संख्या को भी परिसर में बढ़ाया जाए।
12-परिसर में मौजूद विश्वनाथ मंदिर के पास स्टैंड बनाया जाए और परिसर में मौजूद स्टैंड की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए वहां सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की जाए। 13-छात्रों की संख्या को देखते हुए, उनके वर्ष भर के समसामयिक सामंजस्यपूर्ण कार्यक्रम के लिए उन्हें संबंधित हॉल को अनिवार्य रूप से प्रदान किया जाए।
14-विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेशानुसार, मैत्री जलपान गृह को रात्रि 9 बजे तक खोला जाना था। उस आदेश को यथाशीघ्र लागू किया जाए और नगर निकाय के छात्रों के लिए सुबह, शाम भोजन की व्यवस्था की जाए।
15-विश्वविद्यालय के समस्त द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर उन्हें तत्काल प्रभाव से चालू किया जाए। 16-छात्राओं की यातायात सुविधा को ध्यान में रखते हुए बस सुविधा उपलब्ध कराई जाए। 17-प्रत्येक विभाग में एक प्लेसमेंट सेल की व्यवस्था की जाए, जिसमे छात्रों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए एक छात्र प्रतिनिधि को शामिल किया जाए।
18-विश्वविद्यालय के छात्रों एवं कर्मचारियों के लिए रेल आरक्षण सेवा की उपलब्धता विश्वविद्यालय के अंदर की जाए। इस मौके पर परिषद के प्रदेश मंत्री भूपेंद्र सिंह, सौरभ राय, नितेश अग्रहरि, यशवंत सिंह, वरुण पांडेय , निखिल पांडेय, समीर सिंह, देवव्रत चौबे, विकास तिवारी, अमित सिंह, प्रलय बोरो, अविनाश उपाध्याय, यशवीर सिंह, संभव रघुवंशी, सत्येंद्र मिश्रा, प्रखर श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।