-शिवपाल की सूची से सहमत नहीं सीएम ,जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट देने पर सपा परिवार में आम सहमति
वाराणसी। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव द्वारा इस सप्ताह घोषित किये गए 23 उम्मीदवारों की सूची पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़ा ऐतराज दर्ज कराया है। माना जा रहा है कि जो सूची जारी की गई है उसमे अभी भारी फेरबदल होंगे इस बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने एक बार पुनः पैतरा बदलते हुए टिकट की आस में मिल रहे नेताओं से साफ़ कहा है कि अखिलेश की सहमति के बाद ही टिकट दिए जाएंगे।गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने टिकट बंटवारे को लेकर सार्वजनिक तौर पर कहा है कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं थी ,किसको टिकट दिए गए हैं किसके काटे गए हैं। अखिलेश ने यह भी कहा है कि उन्होंने सारे अधिकार छोड़ दिए हैं ,तुरुप के पत्ते का इन्तजार किया जाना चाहिए ।”गौरतलब है कि शिवपाल ने अपनी सूची में सात सीटों पर प्रत्याशी बदल दिए हैं यह सात सीटें वो हैं जिनकी घोषणा इसी वर्ष मार्च माह में की गई थी और इन सभी सीटों पर घोषित प्रत्याशी अखिलेश यादव के नजदीकी थे।
बेबस अखिलेश बेलौस शिवपाल
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की माने तो पिछले दिनों टिकट के बंटवारे को लेकर मुलायम ,शिवपाल और अखिलेश साथ बैठे थे जिसमे इस बात को लेकर आम सहमति बन गई थी कि केवल जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट दिए जायेंगे ,बैठक में अखिलेश ने यह भी कहा था कि आतंरिक सर्वेक्षण के नतीजे आने के बाद ही किसी किस्म की कारवाई की जाए।पार्टी सूत्रों कि माने तो जो सूची जारी की गई उनमे से 15 नामों पर तीनो नेता सहमत थे अन्य नामों पर चर्चा की जानी थी लेकिन शिवपाल ने बिना अखिलेश को विश्वास में लिए मुलायम से सलाह करके उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी।
माफियाओं की उम्मीदवारी पर अखिलेश की थी नाराजगी
समाजवादी कुनबे में मचा घमासान टिकटों के बंटवारे में भी साफ़ नजर आने लगा है गुंडों और माफियाओं को उम्मीदवारी से दूर रखने के सीएम अखिलेश यादव के बयान को दरकिनार रख शिवपाल द्वारा की गई उम्मीदवारों की घोषणा पार्टी के भीतर नए विवाद की वजह बबनती जा रही है।पूर्वी उत्तर पदेश के एक बड़े नेता ने बताया कि सोमवार को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने टिकट की आस में मिलने वाले लोगों को साफ़ तौर पर कहा कि पहले अखिलेश यादव की सहमति लेकर आइये उसके बाद कोई फैसला किया जाएगा।जबकि पिछले सप्ताह मुलायम सिंह यादव के सुर दुसरे थे वो बार बार टिकटों को लेकर शिवपाल के निर्णयों को अंतिम निर्णय बता रहे थे।माना जा रहा है कि अखिलेश द्वारा खुल कर नाराजगी दिखाए जाने के बाद मुलायम के तेवर में यह बदलाव आया है ।
अमर सिंह का आतंक
समाजवादी पार्टी में टिकट के बंटवारे को लेकर छिड़े विवाद में एक बार फिर अमर सिंह का नाम उछला है। गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव ने महज 6 दिनों पहले अमर सिंह को तमाम विरोधों के बावजूद संसदीय बोर्ड में शामिल कर लिया ,जबकि रामगोपाल ,सीएम अखिलेश ,आजम खान समेत तमाम नेता इसके खिलाफ थे। अमर सिंह के शामिल होने के तत्काल बाद ही शिवपाल ने टिकटों की घोषणा कर दी ,नहीं भुला जाना चाहिए कि रामगोपाल यादव ने कई मौकों पर कहा है कि संसदीय बोर्ड ही प्रदेश विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों को नाम फाइनल करेगा ,ऐसे में अमर सिंह को बोर्ड में शामिल किये जाने का मतलब साफ़ समझा जा सकता है । सपा प्रवक्ता मो शाहिद कहते हैं कहीं कोई विवाद नहीं है लेकिन जो है वो खुल कर सामने नजर आ रहा है ।