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अखिलेश यादव दीपावली के एक दिन बाद चाचा शिवपाल और विपक्षी पार्टीयों को कराएंगे अपनी ताकत का अहसास, आठ साल बाद इस कार्यक्रम में होंगे शामिल

locationवाराणसीPublished: Nov 06, 2018 02:57:21 pm

Submitted by:

Sunil Yadav

पूरे शहर में लगे बैनर पोस्टर, सपा नेताओं और कार्यकर्ता तैयारी में जुटे

अखिलेश यादव दीपावली के एक दिन बाद चाचा शिवपाल और विपक्षी पार्टीयों को कराएंगे अपनी ताकत का अहसास, आठ साल बाद इस कार्यक्रम में होंगे शामिल

अखिलेश यादव दीपावली के एक दिन बाद चाचा शिवपाल और विपक्षी पार्टीयों को कराएंगे अपनी ताकत का अहसास, आठ साल बाद इस कार्यक्रम में होंगे शामिल

वाराणसी. सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आठ साल बाद एकबार फिर काशी के महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव गोवर्धन पूजा में सामिल होंगे। पूर्व सीएम अखिलेश यादव के आगमन का कार्यक्रम तय होने के बाद स्थानीय सपा नेता व कार्यकर्ता तैयारियों में जहां जुट गए है। साथ ही वहीं अखिलेश यादव के स्वागत में शहर भर में शुभकामनाओं के पोस्टर बैनकर लगने शुरू हो गए हैं। बता दें कि इसबार गोवर्धन पूजा आठ नबंर को है। वाराणसी में धर्मिक उत्सव गोवर्धन पूजा यादव समाज द्वारा बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। वहीं इसबार गोवर्धन पूजा में शामिल होने के लिए सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष की मंजूरी और कार्यक्रम तय होने के बाद जहां सपा के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ तौयारियों में जुटे हुए हैं, वहीं दूसरीओर अखिलेश यादव के धार्मिक उत्सव में शामिल होने को लेकर सीयायी चश्में से भी देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषक उकने दौरे को धार्मिक होने के साथ-साथ राजनीतिक नजरिए से भी देख रहे है। उनका मानना है कि अखिलेश यादव धार्मिक उत्सव में शामिल होने के साथ-साथ जहां सपा कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे वही दूसरीओर विपक्षी पार्टीयों और चाचा शिवपाल यादव को अपनी ताकत का अहसास कराएंगे।
अखिलेश यादव बतौर सांसद 2007 में पहली बार गोवर्धन पूजा में शरीक हुए थे


बता दें कि अखिलेश यादव बतौर सांसद 2007 में पहली बार गोवर्धन पूजा में शरीक होने वाराणसी पहुंचे थे। उसके बाद तकरीबन हर साल शिवपाल यादव ही गोवर्धन पूजा में होते रहे हैं। वहीं चाचा शिवपाल के अगल होने के बाद सेक्युलर मोर्चा का गठन और फिर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बानाने के बाद, लगातार पार्टी के विस्तार के लिए प्रदेशभर में सपा कार्यकर्ताओं को अपने पाले में लाने की मुहीम को रोकने, पार्टी को संगठित रखने की भी चुनौती और आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अखिलेश यादव के आगमन को बेहद महत्व पूर्ण माना जा रहा है।
विधानसभा चुनाव हारने के बाद दूसरी काशी आ रहे अखिलेश, स्वागत में शहर भर में लगे बैनर पोस्टर

अखिलेश यादव यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में मिली बड़ी पराजय के बाद दूसरी बार बनारस आ रहे है। इससे पहले वह 04 फरवरी 2018 को पृथ्वीराज चौहान जनस्वाभिमान रैली में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने वाराणसी पहुंचे थे। तब सपा सपा कार्यकर्ताओं को चौहान समाज का कार्यक्रम बताते हुए कार्यक्रम दूर रखा गया था। हालांकि तब भी अखिलेश यादव के समर्थकों और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ कार्यक्रम में पहुंची थी। वहीं इस बार गोवर्धन पूजा में अखिलेश यादव के आगमन को लेकर सपाईयों में खासा उत्साह है। एक ओर सपाई जहां कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे हुए हैं। वहीं दूरसरीओर सपा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे शहर में उनके आगमन पर शुभकामना के संदेश के साथ बैनर-पोस्टर लगवाएं जा रहे है।

खिड़किया घाट (अब डॉ राममनोहर लोहिया घाट) पर कार्यक्रम में होंगे शामिल
बता दें कि दीपावली के अगले दिन यानी अन्नकूट को हर साल यादव समाज धूम-धाम से गोवर्धन पूजा मनाता है। इसके तहत बड़ी शोभायात्रा भी निकाली जाती है। इस बार यह शोभायात्रा चेतगंज स्थित हथुआ मार्केट से दिन में 11 बजे निकलेगी। इस शोभायात्रा को नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी हरी झंडी दिखाएंगे। बेनिया से यह शोभायात्रा खिड़िकया घाट (अब डॉ राम मनोहर लोहिया घाट) पहुंचेगी। यहां विशाल सम्मेलन होगा। जिसमें करीब तीन बजे सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल होगें और कार्कर्ताओं को संबोधित भी करेंगे। इस दौरान अखिलेश यादव करीब तीन घंटे शहर में रहेंगे। साथ ही अखिलेश यादव इस दौरान सपा सरकार में मंत्री रहे मनोज राय धूपचंडी की माता के तेरहवीं के कार्यक्रम में भी शामिल हो सकते है।
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