पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में अखिलेश का आगमन के खास कारण बताये जा रहे हैं। शिवपाल यादव ने जब से अपनी अलग पार्टी बनायी है तभी से सपा को तोडऩे में जुट गये हैं। शिवपाल यादव की पार्टी ने बनारस में सम्मेलन किया था और कई सपा नेताओं को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा से जोड़ा भी था। इसके बाद से शिवपाल यादव के समर्थक लगातार सपा को कमजोर करने में जुट गये थे जिसको देखते हुए माना जा रहा है कि अखिलेश यादव अपने कैडर वोटरों को सहेजने के लिए बनारस आ रहे हैं।
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दीपावली के दूसरे दिन यादव समाज के लोग मनाते हैं गोवर्धन पूजनोत्सव
दीपावली के दूसरे दिन यादव समाज के लोग गोवर्धन पूजनोत्सव मनाते हैं जिसके तहत शोभायात्रा निकाली जाती है। शोभायात्रा में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल होते हैं। परम्परागत ढंग से निकाली जाने वाली इस यात्रा का अपना महत्व होता है और भारी संख्या में लोग शामिल होते हैं। अखिलेश यादव के आगमन की जानकारी मिलते ही समिति के लोग बेहद उत्साहित है। पहली बार पूर्व सीएम अखिलेश यादव उनके कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे हैं। इसको लेकर अब तैयारी तेज हो गयी है।
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दीपावली के दूसरे दिन यादव समाज के लोग गोवर्धन पूजनोत्सव मनाते हैं जिसके तहत शोभायात्रा निकाली जाती है। शोभायात्रा में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल होते हैं। परम्परागत ढंग से निकाली जाने वाली इस यात्रा का अपना महत्व होता है और भारी संख्या में लोग शामिल होते हैं। अखिलेश यादव के आगमन की जानकारी मिलते ही समिति के लोग बेहद उत्साहित है। पहली बार पूर्व सीएम अखिलेश यादव उनके कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे हैं। इसको लेकर अब तैयारी तेज हो गयी है।
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गोवर्धन पूजनोत्सव में भाग लेकर अखिलेश यादव ने शिवपाल को तगड़ा झटका देने की तैयारी की है। अखिलेश यादव के शिरकत के बाद सपा के कैडर वोटरों में सेंधमारी करना शिवपाल यादव के लिए कठिन हो जायेगा। अखिलेश यादव ने राहुल गांधी व मायावती की पार्टी बसपा से गठबंधन की तैयारी की है। ऐसे में बनारस संसदीय सीट किसके कोटे में जाती है यह तय नहीं है लेकिन पीएम नरेन्द्र मोदी को घेरने के लिए इस सीट पर महागठबंधन को अपनी ताकत दिखानी होगी। इस काम के लिए अखिलेश यादव का आगमन महत्वूर्ण साबित होगा।
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