बता दें कि जब अमृता ने कांग्रेस ज्वाइन की थी तभी से यह चर्चा आम होने लगी थी कि कांग्रेस अमृता को उनके ससुर डॉ पांडेय के खिलाफ प्रत्याशी बना सकती है। सरोजा पैलेस के सभागार में प्रियंका ने हंसते हुए अमृता से सवाल भी किया था कि, “आपके ससुर नाराज तो नहीं होंगे?” खैर उस वक्त तो अमृता मुस्कुरा कर रह गई थीं। लेकिन जब पत्रिका ने उनके राजनीति में आने के बाद पहला साक्षात्कार लिया तब प्रियंका का सवाल उठाया, जवाब मिला था, मना लूंगी अपने काम से, डॉक्टर साहब को मुझ पर नाज होगा। यानी अमृता भी मन बना चुकी थीं कि अगर ससुर-बहू में मुकाबला हुआ तो वह पीछे नहीं हटेंगी।
ये भी पढ़ें- Patrika Exclusive- कांग्रेस ज्वाइन करने वाली BJP अध्यक्ष महेंद्र पांडेय की बहू अमृता ने बताया आखिर क्यों कांग्रेस को चुना… आत्मविश्वास से लबरेज अमृता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के दावों को भी पत्रिका से बातचीत में सिरे से खारिज कर दिया था, यहां तक कहा था कि, “जो अच्छा है वह मोदी जी का और जो बुरा वह नेहूरू जी का।” मुझे तो नहीं लगता कि उन्होंने कुछ नया काम किया है, बस डेंट-पेंट कर के अपना नाम जरूर चढ़ा लिया है।
अब फिर से यह चर्चा तेज हो गई है कि कांग्रेस चंदौली से बीजेपी कैंडिडेट डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के खिलाफ उनकी बहू अमृता पांडेय को टिकट देने का मन बना रही है। इस पर पत्रिका ने फिर अमृता से सवाल किया कि क्या वह अपने ससुर के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार हैं? तो उनका जवाब था, पार्टी जो निर्णय लेगी, हमें मंजूर होगा। यानी पूर्वांचल की इस सीट पर जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीट की सबसे नजदीक है पर ससुर और बहू में संघर्ष देखने को मिलेगा।
हालांकि यहां यह भी बता दें कि कांग्रेस और बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी जन अधिकार पार्टी के समझौते के तहत चंदौली सीट जन अधिकार पार्टी के खाते में गई है। लेकिन चर्चा यह है कि इसमें संशोधन हो सकता है। कांग्रेस चंदौली के बदले दूसरी कोई सीट दे कर अमृता को वहां से मैदान में उतार सकती है।