उन्होंने जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से काशी के आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद लेने की भी अपील की। कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों को जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता गोद ले वह यह सुनिश्चित करें कि उन केंद्रों पर कोई भी बच्चा कुपोषित न रहने पाए और यदि कोई बच्चा रेड जोन में है तो उसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ मुहैया कराकर जल्द से जल्द सामान्य स्थिति में लाए जाने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों का अपग्रेडेशन हुआ है। रेड जोन में आये बच्चों को एनआरसी एवं जिला अस्पताल में इलाज तो मिलता है लेकिन उनको घरों पर आने के बाद जरूरत के अनुसार व्यवस्थाएं नहीं मिल पाती। ऐसी स्थिति में उन्होंने चाइल्ड स्पेशलिस्ट चिकित्सकों से सलाह कर बच्चों की जरूरत के अनुरूप पौष्टिक पदार्थ उपलब्ध कराए जाने पर जोर देते हुए कहा कि शुगर, मिल्क पाउडर एवं बादाम के पाउडर का मिश्रण तैयार कर भी उपलब्ध कराया जा सकता है।
उन्होंने पार्षदों को अपने-अपने वार्ड के आंगनवाड़ी केंद्रों पर जाकर वहां के गतिविधियां देखने को कहा। साथ ही उन्होने लोगों से भी अपील की है कि घर के कम से कम एक सदस्य का जन्म दिन अपने क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्रों पर जाकर मनाएं और छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ने योग्य ज्ञानवर्धक किताबें उन केंद्रों पर भेंट करें।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने आंगनवाड़ी केंद्रों को प्रभावी बनाए जाने के लिये किट तैयार किए जाने का निर्देश दिया और इसमें जनसहभागिता सुनिश्चित कराए जाने पर जोर दिया। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए सिलेबस बनाए जाने का निर्देश देते हुए केंद्रों पर पंजीकृत शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति केंद्रों पर कराए जाने को कहा। इसके अलावा बच्चों को माह में एक बार गांव के मंदिर, खेतों, तालाबों, पंचायत भवनों के अलावा सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भ्रमण कराया जाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साल में 40 से 50 दिन इसी तरह के क्रियाकलापों के लिए चयनित किए जाने को कहा।
राजपाल ने आंगनबाड़ी केंद्रों आंतरिक एवं बाहरी दीवारों पर शिक्षाप्रद, आदर्श आचरण संस्कार बोध के लिए और 15 अगस्त एवं 26 जनवरी 2 अक्टूबर जैसे राष्ट्रीय पर्व के संबंध में भी बच्चों को जागरूक किए जाने के उद्देश्य से चित्र एवं पेंटिंग कराए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कोविड अनलॉक के पश्चात स्थिति सामान्य होने पर आंगनबाड़ी केंद्रों पर उस क्षेत्र के सभी बच्चों का दाखिला सुनिश्चित कराए जाने हेतु प्रत्येक वर्ष जून महीने में तीन दिवसीय प्रवेश उत्सव जाने मनाये का भी निर्देश दिया।
बनारस के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के लखनऊ कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा शुरू किए गए “पढ़े लखनऊ” कार्यक्रम की सराहना करते हुए वाराणसी में भी इस प्रकार का कार्यक्रम कराए जाने पर जोर दिया।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का स्वागत करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी से स्थिति सामान्य होने पर आंगनवाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने राज्यपाल के आह्वान पर अपने स्वर्गीय माता-पिता का पहले से मनाए जा रहे जन्मदिवस के अवसर अपने विधानसभा क्षेत्र के 30 वार्डों के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के कुपोषित बच्चों को उपहार स्वरूप अनाज व फल आदि उपलब्ध कराएंगे।
इस अवसर पर सह प्रभारी सुनील ओझा, एमएलसी डॉ लक्ष्मण आचार्य, एमएलसी अशोक धवन, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, विधायक नीलरतन नीलू, जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर, नगर प्रमुख मृदुला जायसवाल, भाजपा संगठन मंत्री रत्नाकर, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय के अलावा कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।