वाराणसी में ऐसे आंगनबाड़ी केन्द्रों की बड़ी तादाद है जो किराए के भवन में चल रहे हैं। दूसरी ओर बेजगह बना दिये गए लाखों के शौचालय भी वहां के लिये बहुत उपयोगी साबित नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में नगर निगम ने इन शौचालयों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में बदलने का फैसला किया है। अपर नगर आयुक्त डीडी वर्मा ने बताया है कि ऐसे शौचालयों की सूची तैयार कर महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ मिलकर आंगनबाड़ी केन्द्र बनाए जाएंगे। जिन शौचालयों के उपयोग बेहद सीमित हैं उनका चयन कर उन्हें आंगनबाड़ी केन्द्र बनाया जाएगा। ऐसे में किराए पर चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी जगह मुहैया हो सकेगी।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने थे शौचालय
वाराणसी में पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत बड़ी तादाद में शौचालय बनाए गए थे। शहर में 30 से अधिक सार्वजनिक और करीब 20 सामुदायिक शौचालय हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालयों पर पांच से सात लाख रुपये तक का खर्च आया था। ये शोचालय देखने में बेहद सुंदर और पूरी सुविधाओं से लैस बनाए गए थे।
बंद पड़े हैं कई शौचालय
चौक थाने के पीछे बना पिंक टाॅयलेट पिछले करीब ढाई साल से उपयोग में नहीं है। वाश बेसिन न बना होने के चलते यह बंद पड़ा है। कई टाॅयलेट गलत जगह चयनित होने से बेहद सीमित उपयोग हो रहा था। सूची बनाने के दौरान कई शौचालयों के निर्माण में गड़बड़ियां सामने आने की बात भी कही जा रही है और जगह के चयन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
बंद पड़े हैं ये शौचालय