बोले अधिवक्ता जिनकी वर्षों से पूजा हो रही वो कौन? अधिवक्ता ने कहा है कि महंत डॉ तिवारी को ये भी स्पष्ट करना चाहिए कि इसके पहले क्या काशी शिव विहीन थी? शिव यदि अब प्रकट हुबोए हैं तो मंदिर में जिनकी पूजा अर्चना की जा रही है वर्षों से वो कौन हैं। क्या वह डुप्लीकेट शिव हैं? कहा कि ये लोग ऐसे बयान दे कर खुद को ही संदेहास्पद कर देते हैं।
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ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के नियमित पूजन-अर्चन को काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ कुलपति तिवारी दायर करेंगे याचिका दो ज्योतिर्लिंग तो होंगे नहीं उन्होंने कहा कि ये तो वही लोग बताएंगे कि वास्तविक शिवलिंग मस्जिद के नीचे हैं या वो है जिसकी पूजा करने लोग विश्वनाथ मंदिर जाते हैं। दो ज्योतिर्लिंग तो नहीं हो सकते हैं। अब तो उन लोगों ने अपने बयानों से भगवान शंकर को भी विवादास्पद कर दिया है।
पहले मुकदमे की पोषणीयता पर सुनवाई अधिवक्ता अभय नाथ यादव ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के तहत आज पहले इस मुकदमे की पोषणीयता पर सुनवाई होनी चाहिए। कहा कि पहले ही हम प्रार्थना पत्र दे चुके हैं कि यह केस पोषणीय नहीं है। ऐसे में आज कोर्ट से अनुरोध करेंगे कि हमारे प्रार्थना पत्र पर पहले सुनवाई हो।
सर्वे रिपोर्ट, वीडियो लीक मामले पर भी देंगे प्रार्थना पत्र उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी परिसर के तहखाने के वीडियो और सर्वे रिपोर्ट वायरल होने के मसले पर अदालत को अलग से प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग करेंगे।