पुलिस में भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है। मुकदमे में नाम हटाना है या फिर दर्ज मुकदमे में कार्रवाई करनी हो। सभी में सुविधा शुल्क दिये बिना कुछ नहीं होता है। सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर डीजीपी ओपी सिंह ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए तमाम ऐलान किया है लेकिन जमीनी पर उसका असर नहीं है। शनिवार को एंटी करप्शन की टीम ने चौकी इंचार्ज महेश सिंह को उसी की चौकी में जब पांच हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया तो हड़कंप मच गया। शिकायत के आधार पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी इकाई ने सारा जाल बिछाया। नोटों पर खास तरह का रंग लगाया गया और शिकायतकर्ता को देकर सोनिया पुलिस चौकी भेजा गया। शिकायतकर्ता ने जैसे ही चौकी इंचार्ज महेश सिंह को नोट दिये। उसी समय एंटी करप्शन टीम पहुंच गयी और दरोगा का हाथ धुलवाया। इसके बाद चौकी इंचार्ज को कैंट थाने लाया गया। यहां पर मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की गयी है।
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धोखाधड़ी में आरोपी को भेजा था जेल, अब मांग रहा था पांच हजार रुपय इनाम
एक कुरियर कंपनी चलाने वाले राज कुमार गुप्ता निवासी कबीर चौरा थाना कोतवाली ने सिगरा थाना में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। राज कुमार के अनुसार उन्होंने एक कुरियर कंपनी की फ्रेंचाइजी ली है। कुरियर को पहुंचाने के लिए एक कुरियर ब्वॉय रखा था, जिसने लाखों का समान लोगों तक नहीं पहुंचाया। फर्जी हस्ताक्षर कर खुद समान रख लिया था। राजकुमार ने बकायदे इस मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कराया था। चौकी प्रभारी सोनिया महेश सिंह ने इस मामले में जांच की थी और कुरियर ब्वॉय को जेल भेजा था इसके बाद चौकी प्रभारी लगातार वादी राज कुमार गुप्ता को फोन करके इनाम की राशि मांगने लगा। वादी ने पांच सौ रुपया दिया था लेकिन चौकी इंचार्ज और पैसा देने के लिए दबाव बनाने लगे। वादी जब परेशान हो गया तो उसने भ्रष्टाचार निवारण संगठन से लिखित शिकायत की थी जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी है।
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एक कुरियर कंपनी चलाने वाले राज कुमार गुप्ता निवासी कबीर चौरा थाना कोतवाली ने सिगरा थाना में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। राज कुमार के अनुसार उन्होंने एक कुरियर कंपनी की फ्रेंचाइजी ली है। कुरियर को पहुंचाने के लिए एक कुरियर ब्वॉय रखा था, जिसने लाखों का समान लोगों तक नहीं पहुंचाया। फर्जी हस्ताक्षर कर खुद समान रख लिया था। राजकुमार ने बकायदे इस मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कराया था। चौकी प्रभारी सोनिया महेश सिंह ने इस मामले में जांच की थी और कुरियर ब्वॉय को जेल भेजा था इसके बाद चौकी प्रभारी लगातार वादी राज कुमार गुप्ता को फोन करके इनाम की राशि मांगने लगा। वादी ने पांच सौ रुपया दिया था लेकिन चौकी इंचार्ज और पैसा देने के लिए दबाव बनाने लगे। वादी जब परेशान हो गया तो उसने भ्रष्टाचार निवारण संगठन से लिखित शिकायत की थी जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी है।
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