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ओवैसी 2016 में आजमगढ़ दंगों के बाद वहां आना चाहते थे, लेकिन तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने उन्हें आने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद पूर्वांचल में ओवैसी पहली बार आ रहे हैं। वह भी उसी दिन जिस दिन अखिलेश यादव का दौरान भी है। ओवैसी यूपी में 2022 के पहले तीसरे मोर्चे को मजबूती देने में जुटे हैं। उनके साथ ओम प्रकाश राजभर भी होंगे जो यूपी में भागीदारी मोर्चे के तले छोटी पार्टियों को इकट्ठा करने की मुहिम में लगे हुए हैं।
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ओवैसी का कार्यक्रम इस तरह है। ओवैसी बाबतपुर हवाई अड्डे से जौनपुर के रास्ते आजमगढ़ जाएंगे। वहां सुबह करीब 10 बजे के बाद कुत्तूपुर तिराहे पर जिलाध्यक्ष इमरान बंटी के नेतृत्व में उनका स्वागत होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि यहां करीब 5 मिनट वे पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। उनके गुरैनी में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और धर्मगुरुओं के साथ मुलाकात की बात भी कही जा रही है। वहां से वो आजमगढ़ के माहुल स्थित पार्टी प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के आवास पर जाएंगे। भोजन और नमाज के बाद वापस बाबतपुर एयरपोर्ट के लिये रवाना हो जाएंगे।
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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी मंगलवार को जौनपुर (Jaunpur) पहुंचेंगे। यहां वो मल्हनी से सपा विधायक लकी यादव के पिता व पूर्व मंत्री स्व. पारसनाथ यादव (Parasnath Yadav) की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। पारसनाथ यादव के निधन के बाद मल्हनी सीट पर उपचुनाव हुआ। उपचुनाव में सपा केवल यही एक सीट जीत पाई। यहां निर्दलीय धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को कड़ी टक्कर दी।